सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम है जिसकी मदद से आप कहीं किसी से भी जुड़ सकते हैं और अपनी भावनाओं को दूसरे लोगों तक पहुंचा सकते हैं इसके साथ ही आप सोशल मीडिया पर दूसरे लोगों के बारे में भी जान सकते हैं कि वह अपनी जिंदगी में क्या कर रहे हैं. एक सर्वे के अनुसार युवा पीढ़ी का औसतन 4 से 5 घंटे सोशल मीडिया पर ही बीतता है तोआप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि सोशल मीडिया का युवा पीढ़ी पर कितना गहरा प्रभाव है.


सोशल मीडिया पर ट्रेंड्स आजकल काफी आम हो गए हैं. हर दिन सोशल मीडिया पर कुछ नया ट्रेन देखने को मिल जाता है कभी-कभी यह वीडियो, कोई कमेंट कोई फोटो या फिर कोई न्यूज़ के रूप में लोगों के बीच चर्चा का विषय बन जाता है. सोशल मीडिया चलाने वालों में 16 से 35 वर्ष के लोगों की संख्या सबसे अधिक हैं यानी नवयुवकों/युवतियों की संख्या सबसे अधिक है और जो कुछ भी नौजवानों को पसंद आता है वह खुद-ब-खुद सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगता है. सोशल मीडिया ट्रेंड अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण होते हैं और इन ट्रेंड से हम आम जनता के मूड को समझ सकते हैं. ऐसे ट्रेंड ना केवल यह दर्शाते हैं कि हमारी जनता कितनी बुद्धिमान और जागरूक है बल्कि ऐसे ट्रेंड समाज के दूसरे लोगों तक पहुंच कर उन्हें भी जागरूक मनाने एवं उपयोगी जानकारी मुहैया  कराने में अहम भूमिका निभाते हैं. चाहे वह सुशांत सिंह राजपूत केस में उनके फैंस द्वारा किए गए ट्रेंड हो या फिर मंदी का ट्रेंड जिससे केंद्र सरकार के मंत्रियों ने बार बार अपने इंटरव्यू में खारिज किया था।


सोशल मीडिया में कुछ अजीबो-गरीब ट्रेंड भी पुरे सोशल मीडिया पर वायरल सोनम गुप्ता बेवफा है का ट्रेंड हो या एंजल प्रिया का ट्रेंड हो.
ऐसा ही एक ट्रेंड आजकल सोशल पर खूब छाया हुआ है जिसका नाम बिनोद है. इस ट्रेंड ने सभी को दीवाना कर रखा है. बिनोद नाम से कई मेमे बन जो लोगों को बहुत गुदगुदा रहे हैं. इस ट्रेंड से पेटीएम भी नहीं बच पाया है और स्टैंड की दीवानगी अंदाजा इस बात से ही लगा सकते हैं कि पेटीएम ने ट्विटर पर अपना नाम बदलकर बिनोद कर लिया है.
क्या है बिनोद ट्रेंड ?


यह नाम इस वक़्त इंटरनेट सेंसेशन बना हुआ है और हर किसी की जुबान पर सिर्फ बिनोद नाम है. देखा जाए तो इंटरनेट पर विनोद इस वक्त कोरोना से भी अधिक तेजी से फैल रहा है और फ्रेंड की चपेट में आने वाला हर व्यक्ति यही पूछ रहा है यह बिनोद-बिनोद क्या है! इस ट्रेंड की पूरी कहानी सुनकर आप भी रिंकिया के पापा की तरह ही ही हसने लगेंगे.  दरअसल इस ट्रेंड की शुरुआत यूट्यूब के वीडियो से हुई जिसका नाम है Why Indian Comments Section is Garbage (Binod). इसके बाद बिनोद जंगल की आग की तरह फैलना शुरू हो गया. आपको बता दें कि इस वीडियो को यूट्यूबर ने उन लोगों को समर्पित किया था जो यूट्यूब वीडियो के कमेंट सेक्शन मैं कुछ भी लिख देते हैं. इस वीडियो में सबसे पहला नाम ही बिनोद कहां है जिसने वीडियो के कमेंट सेक्शन में बिनोद लिखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की और बिनोद लिखकर अपनी आ संतोष प्रकट किया. इस कमेंट को देखकर यूट्यूबर ने भी कमेंट करने वाले की मौज ले ली और मामला इतना बढ़ गया कि यह बिनोद वायरल हो गया.

हर मेमे बनाने वाले का प्यार है बिनोद!
सोशल मीडिया पर कुछ वायरल हो गया हो और उसपर मेमे ना बने ऐसा तो हो ही नहीं सकता. मेमेर का नया का नया हथियार बन कर उभरा है यह बिनोद जिससे हर मेमे बनाने वाले को एक नई आवाज और पहचान मिली है. बिनोद पर अलग-अलग तरह के मेमे बन रहे हैं. कोई लिख रहा है कि अब दिल वाले दुल्हनिया नहीं ले जायेंगे बल्कि अब बिनोद दुल्हनिया ले जायेंगे तो कोई कह रहा है कि बिनोद तुमसे ना हो पाएगा तो किसी मेमे में लिखा तू बिनोद है तेरे को मालूम नहीं है लेकिन तू है, ऐसे अनेक तरह के मेमे सोशल मीडिया पर खूब शेयर और देखें जा रहे हैं. लोग भी इसने विनोद का खूब लुत्फ उठा रहे हैं. सीधे तौर पर कह दो विनोद अब किसी स्टार से कम नहीं है कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर यह भी लिखा कि सोनम गुप्ता को बेवफा करार करने की वजह से बिनोद इस हाल में है. नौजवान वह बच्चा सब के नाम पर सिर्फ एक ही नाम है बिनोद बिनोद. खुद विनोद ने भी नहीं सोचा होगा कि एक रोज उसके ऊपर इतनी मेमे बनेंगे. अलग-अलग सोशल मीडिया चैनलों पर अलग-अलग तरह की मेम हर बातें बिनोद को लेकर सामने आई हैं. बिनोद पर बनी आपकी पसंदीदा मेमे कौन सी है?

अब से पेटीएम भी बिनोद
तेजी से फैल रहे इस बिनोद ने पेटीएम को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया है. हुआ यूं कि ट्विटर पर किसी ने पेटीएम से दरख्वास्त कि वह अपना नाम बिनोद कर ले और इस कड़ी का हिस्सा बने बस फिर क्या था पेटीएम को भी समझ आया कि लोगों में इस विनोद का बहुत तेजी से प्रचलन बढ़ रहा है और पेटीएम ने बिना देर किए  ट्विटर पर अपना नाम पेटीएम से बदलकर बिनोद कर लिया. पेटीएम ने ऐसा चंद मिनटों या चंद घंटों के लिए नहीं किया बल्कि सचमुच में एटीएम में अपना नाम बिनोद कर लिया और फिर क्या था पेटीएम ने इस ट्रेंड पर चल रहे बिनोद को और अधिक फैला दिया और इसे पहले से भी अत्यधिक लोकप्रिय बना दिया. पेटीएम जानता था कि ऐसा करने से ना केवल उसके ब्रांड को अलग पहचान मिलेगी बल के लोगों का पेटीएम पर विश्वास और बढ़ जाएगा क्योंकि पेटीएम ने ऐसा ही किया और बिना देर किए अपने एक फॉलोअर की मांग तुरंत स्वीकार कर लिया. इससे ना केवल पेटीएम ने तालियां बटोरी बल्कि पेटीएम ने यहां भी दर्शाया कि एटीएम अपने ग्राहकों को सर्वोच्च स्थान देता है और ऐसा कर उसने अपने अपने ग्राहकों के साथ बेहतर संबंधों की बात को प्रमाणित किया. पेटीएम को सलाम. 

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