Fatehpur: लगातार होने वाली बारिश ने न सिर्फ लोगों के घरों को ध्वस्त किआ है बल्कि, इससे किसानो की फसलों पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है. जानकारी के अनुसार किसानो को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. किसानों की हज़ार बीघा फसल पूरी तरह नष्ट हो गयी. आपको बता दें कि, बीते तीन दिनों तक हुई जोरदार बारिश में किसानों की सौ बीघा तिल की फसल खराब हो गई. जिससे किसानो को भारी नुकसान हुआ है. तिल की खेती से अच्छा मुनाफा कमाने की उम्मीद लगाए किसानों को बड़ा झटका लगा है.
घरेलू पकवान तथा रेवड़ी, पट्टी बनाने में प्रयोग होने वाली तिल की बाजार में अच्छी कीमत मिलती है. बिना सिचाई, कम लागत में तैयार होने वाली फसल से अच्छा मुनाफा कमाने की उम्मीद इस बार धूमिल हो गई. किसानों का कहना था तिल का तेल पूजा-पाठ व शरीर में मालिश के लिए प्रयोग होता है.
इसी कारण विजयीपुर और हथगाम ब्लाक के गांवों में एक हजार बीघा से अधिक क्षेत्रफल में किसान तिल की खेती करते हैं. हथगाम ब्लाक के सवंत गांव के संतशरण तिवारी, कृष्णकुमार, श्यामप्रकाश, रामकिशुन, अगनू, मो. अनीस समेत 20 से अधिक किसानों की सौ बीघे तिल की फसल बारिश के चलते बर्बाद हो गई.
इसी प्रकार धौरहरा गांव में राजेंद्र शुक्ल, लवलेश, सुरेश, रामदेव पाल, अतुल शुक्ल, रामपाल, बलवंत पाल, घनश्याम पाल, आदित्य तथा चचीड़ा गांव निवासी सीताराम, चंद्रपाल, दयाराम रामराज, पन्ना दुबे, लूनी आदि लोगों की तिल की फसलें पानी में डूबने से खराब हो गईं. किसानों का कहना है तिल की खेती में बिना लागत के अच्छा लाभ मिलने की उम्मीद बारिश ने इस बार धो डाली है, जिससे किसानो के मन में निराशा दौड़ गयी है.
कटी धान की फसल हुई बर्बाद
हथगाम ब्लाक के कुंभीपुर गांव निवासी रज्जन बाजपेई ने कड़ी मेहनत करके दूसरे किसानों से पहले धान की फसल तैयार की थी. शुक्रवार को धान की फसल कटवाने के बाद इन्होंने सुखाने के लिए खेत पर ही तिरपाल बिछाकर डाल दिया. और उसी बिच बारिश के कहर ने अपना काम कर दिया. जोरदार बारिश के कारण 20 क्विंटल धान की फसल पूरी तरह से भीग गई.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ
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