Fatehpur : फतेहपुर के दोआबा में उमर गौतम (Umar gautam) के बाद अब धर्मांतरण की पाठशाला चलाने वाले विदेशी मौलाना का नाम सामने में आया है. जांच में मौलाना द्वारा धर्मांतरण कराए जाने की बात सामने आई है. धर्मांतरण की तह तक जाने के लिए पुलिस मौलाना को रिमांड में लेकर पूछतांछ करेगी. उसके साथ कई अन्य लोगों की संलिप्तता (जुड़ाव) प्रकाश में आई है.
15 साल से आंख में झोंक रहा था धूल
नेपाल निवासी हाफिज फिरोज (Hafiz firoz) 15 साल पहले गाजीपुर कस्बे के बड़ी मस्जिद आया था. इसके बाद कमेटी के सदस्यों को झांसा देकर गाजीपुर कस्बे के बड़ी मस्जिद का इमाम बन गया था. मस्जिद की कमेटी के सदस्य माजिद खां समेत अन्य सदस्यों का आरोप है कि मौलाना ने गाजीपुर के पते से आधार,पासपोर्ट, बैंक खाता समेत कागजात तैयार कराए. मौलाना की हरकतों पर संदेह होने पर जांच में उसकी करतूत सामने आई. जिस पर कमेटी से उसे मस्जिद के इमाम के पद से हटा दिया गया. आपको बता दें कि 15 साल तक मौलान कमेटी के सदस्यों और प्रशासन की आंख में धूल झोंकता रहा.
ब्रेनवास कर धर्मांतरण के देता था टिप्स
विदेशी मौलान हाफिज फिरोज (Hafiz firoz) कहने को मस्जिद का इमाम था लेकिन आसपास के गांवों में पहुंच कर मुस्लिम नाबालिंग बच्चों को मजहबी शिक्षा देने के नाम पर उनका ब्रेनवास कर रहा था. बच्चों को हिन्दू लड़कियों को बरगला कर उनका धर्मांतरण कराने के टिप्स देते था. मजिस्द के इमाम से हटाए जाने के बाद भी उसकी गतिविधियां बंद नहीं हुई और हालात को देखते हुए पुलिस को उसकी असलियत से रूबरू कराना पड़ा.
कईयों का करा चुका है धर्मांतरण
मौलाना पर कई लोगों का धर्मांतरण कराने का आरोप है. सूत्रों की मानें तो गाजीपुर स्थिति ससुराल में रहने वाला जलाला निवासी युवक का भाई कानपुर देहात से एक युवती को बहला फुसला कर कस्बे में लाया था. मौलाना ने युवती का धर्मांतरण कराने के साथ युवक से उसका निकाह कराया था. आज भी युवती बतौर पत्नी युवक के साथ जलाला गांव में रह रही है. इसके अलावा भी कई अन्य मामलें पुलिस के सामने आए हैं.
खुफिया की कार्यशैली पर भी उठे है सवाल
दोबारा में धर्मांतरण की गहरी होती जा रही जड़ों के पीछे खुफिया विभाग की कार्यशैली बताई जा रही है. एलआईयू (LIU) व आईबी (IB) जैसी एजेंसियों के सूचना तंत्र कुंद पड़ने से ऐसी गतिविधियों की भनक नहीं लग पा रही है. उमर गौतम (Umar gautam) का मामला हो या विदेशी मौलाना हाफिज फिरोज (Hafiz firoz) का दोनों प्रकरण में खुफिया एजेंसियों की कार्यशैली सवालों के घेरें में रही है.
रिमांड पर लेकर होगी जाँच
एसओ (SO) गाजीपुर नीरज यादव (Neeraj yadav) ने बताया कि मौलाना से पू्छतांछ में कई अहम जानकारी हाथ लगी है. वह मूलत: नेपाल का रहने वाला है. गुपचुप तरीके से उसने जिले में रह कर फर्जी आधार, पासपोर्ट समेत कई तरह के कागजात तैयार कराये थे. जांच में उसके द्वारा धर्मांतरण कराए जाने की बात भी सामने आई है. उसके साथ कई स्थानीय लोग भी जुड़े है. मालौना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा गया है. धर्मांतरण की तह पर जाने के लिए उसे रिमांड पर लेने की पेशकश की गई है, उसके साथ जुड़े अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जा रही है.