सीतापुर. उत्तर प्रदेश में हिंसा प्रभावित लखीमपुर खीरी जिले में जाते समय प्रियंका गांधी वाड्रा को कल रात गिरफ्तार कर लिया गया और लखनऊ से करीब 90 किलोमीटर दूर सीतापुर में हिरासत में लिया जा रहा है.
यूपी पुलिस के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता के टकराव के नाटकीय वीडियो के बाद, उनकी टीम ने आज राज्य के एक गेस्ट हाउस से एक वीडियो जारी किया जहां उन्हें हिरासत में लिया गया है.
प्रियंका गांधी रविवार को हुई हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने लखीमपुर खीरी जा रही थीं, तभी उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया.
वीडियो में प्रियंका गांधी को पीएसी (प्रांतीय शस्त्र कांस्टेबुलरी) गेस्ट हाउस के एक कमरे के फर्श पर झाड़ू लगाते हुए नज़र आ रही है.
प्रियंका गाँधी को जिस कमरे में रखा गया है, वह कमरा बहुत गंदा था, तो प्रियंका गाँधी ने खुद झाड़ू उठा कर कमरे को साफ़ करने लगी.
उनकी नजरबंदी का विरोध करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र के बाहर जमा हो गए.
कांग्रेस ने पुलिस पर प्रियंका गांधी और दीपेंद्र हुड्डा के खिलाफ शारीरिक बल प्रयोग करने का आरोप लगाया.
सीतापुर में पुलिस कर्मियों ने उनके काफिले को घेर लिया तो देर रात प्रियंका गांधी ने वारंट दिखाने की मांग की.
उत्तेजित कांग्रेसी नेता ने कहा, “आपने मारे गए लोगों से मैं महत्वपूर्ण नहीं हूं. आप जिस सरकार का बचाव कर रहे हैं. आप मुझे कानूनी वारंट, कानूनी आधार दें अन्यथा मैं यहां से नहीं हटूंगा और आप मुझे नहीं छूएंगे।” वीडियो में कहते सुना.
वारंट निकलो, ऑर्डर निकलो नहीं तो मैं यहां से नहीं जा रही हूं और अगर आप मुझे उस कार में डाल देंगे तो मैं अपहरण का आरोप आप पर लगाऊंगी और आरोप पुलिस के खिलाफ नहीं बल्कि आप पर होगा,” प्रियंका गाँधी ने पुलिस वाले से कहा.
उनके साथ मौजूद कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के साथ भी कथित तौर पर मारपीट और धक्का-मुक्की की गई.
इससे पहले रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि लखीमपुर खीरी जिले में हिंसा तब शुरू हुई जब मंत्री के बेटे ने प्रदर्शनकारियों को कुचल दिया
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे पर यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.