लखनऊ. किसान आंदोलन के दौरान वाहन से रौंदकर आठ लोगों को मारने के बाद जो बवाल शुरू हुआ, वो अभी तक थमा नहीं हैं. जिले में बवाल और आठ लोगों की मौत के मामले में एसआईटी ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया.

केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पिछले हफ्ते लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के दौरान अपने ठिकाने के बारे में कई सवालों के जवाब नहीं दे पाए.

सूत्रों के मुताबिक रविवार को जहां आशीष मिश्रा ने कहा था कि वह घटनास्थल से करीब 4-5 किलोमीटर दूर कुश्ती प्रतियोगिता में थे, वहीं मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों और वहां मौजूद लोगों के बयानों से पता चलता है कि मंत्री का बेटा लापता है. दोपहर 2 से 4 बजे के बीच.

उन्होंने कहा कि आशीष मिश्रा के मोबाइल टावर की लोकेशन भी अपराध स्थल और उसके आसपास उसकी लोकेशन दिखाती है. हालांकि, श्री मिश्रा ने पुलिस को बताया है कि वह उस समय अपनी चावल मिल में थे, जो उसी टावर के नीचे अपराध स्थल के करीब है.

मिश्रा के सहयोगियों द्वारा किसानों के खिलाफ उनके ड्राइवर हरिओम सहित उनके तीन लोगों की कथित तौर पर हत्या करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई प्राथमिकी रिपोर्ट या प्राथमिकी के कारण उनकी बीबी और भी तनावपूर्ण हो गई थी.

भले ही प्राथमिकी में कहा गया था कि किसानों के ऊपर दौड़ी महिंद्रा थार हरिओम चला रहा था, पुलिस द्वारा विश्लेषण किए गए वीडियो से पता चलता है कि सफेद शर्ट या कुर्ता पहने एक व्यक्ति थार चला रहा है; जब उनका शव अस्पताल लाया गया तो हरिओम पीले रंग का कुर्ता पहने पाया गया.

आशीष मिश्रा का नाम किसानों द्वारा दायर एक प्राथमिकी में रखा गया था, जिन्होंने कहा था कि वह पिछले रविवार को शांतिपूर्ण काले झंडे के विरोध के बीच नारेबाजी करने वाले प्रदर्शनकारियों की एक सभा में गए थे. इस घटना और इससे हुई हिंसा में चार किसानों और काफिले के चार लोगों सहित आठ लोगों की मौत हो गई.

हालांकि केंद्रीय मंत्री के बेटे ने स्वीकार किया कि किसानों के ऊपर से दौड़ी एसयूवी उनकी है, लेकिन उनका कहना है कि वह उसमें नहीं थे.

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