Fatehpur : फतेहपुर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर रविवार को विकास भवन सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां लोगों तक जागरुकता फैलाने और उससे सम्बन्धित जानकारी विशेषज्ञों के द्वारा दी गई. इस दौरान बताया गया कि सप्ताह में एक दिन बिन्दकी में मंच चेतना दिवस का आयोजन करके इस बीमारी के बारे में जागरुक करने का काम किया जाएगा।
बताया कि, मानसिक बीमारी लाइलाज नहीं है. जागरूकता से इसका समुचित उपचार किया जा सकता है. मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत रविावार को विकास भवन सभागार में मानसिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. जहां सीएमओ (CMO) डा. राजेन्द्र सिंह (Rajendra singh) ने कहा कि मानसिक रोग लाइलाज नहीं है.
वर्तमान समय में समाज में जिस प्रकार से जिंदगी तेज रफ्तार पकड़ रही है, उसी रफ्तार से बढ़ रही चिन्ताएं मानसिक रोगों को जन्म देती हैं. ऐसा नही है कि पहले चिंताए कम थीं, लेकिन उनसे लड़ने की क्षमता के कारण उसका एहसास कम होता था. उन्होंने बताया कि मानसिक रोगी को नींद न आना या देर से नींद आना, उदास या मायूस रहना, किसी काम में मन न लगना, सुसाइड का मन में विचार आना सहित कई ऐसी गतिविधियों हैं जो मानसिक रोगी की पहचान करा सकती है.
बताया कि अब हर गुरूवार को बिन्दकी में मंच चेतना दिवस के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का काम किया जाएगा। कार्यक्रम में जिला कैप्टन गाइड सीमा चौहान, जिला व्यायाम शिक्षिका अर्चना सिंह, जिला कारागार में आंगनबाड़ी सवीन जाफरी, रोटी घर से स्मिता सिंह सहित दस लोगों को सम्मानित किया गया. वहीं भावना दिव्यांग स्कूल के पांच बच्चों को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव (पूर्ण कालिक), खागा विधायक कृष्णा पासवान, सीएमएस डा. रेखारानी, मनोरोग विशेषज्ञ डा. ललित, डा. अनुपम सिंह मौजूद रहे.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ
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