Fatehpur : फतेहपुर के साथ – साथ हर क्षेत्र में नवरात्र का त्योहार अब आखिरी पड़ाव में हैं, ऐसे में प्रशासन ने दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन पर ध्यान केंद्रित किया है. गंगा-यमुना नदी के तट पर कुल 20 स्थल ऐसे चिह्नित किए गए हैं, जहां देवी प्रतिभाओं का भू-विसर्जन किया जाएगा. इसके लिए प्रशासन ने विसर्जन स्थलों पर बुलडोजर से गड्ढे खोदवाए हैं. इसी के साथ इन स्थलों तक जाने के लिए रूट तय कर दिए गए हैं. मंगलवार को डीएम (DM) अपूर्वा दुबे व एसपी (SP) राजेश सिंह ने सभी जगहों की तैयारियों का जायजा लिया.

मूर्ती विसर्जन के लिए खोदे गए गड्ढे

जिले में 1570 स्थलों में देवी प्रतिमाओं की स्थापना की गयी है. इनका विसर्जन 14, 1516 अक्टूबर को होना है.इस बार किसी भी देवी प्रतिमा का जल विसर्जन नहीं किया जाएगा. मूर्ति विसर्जन के बाद यात्रा में गए लोग नदियों में स्नान का लाभ ले सकेंगे. प्रशासन ने जो रूट तय किया है विसर्जन वाली प्रतिभाएं उन्हीं रूटों से जाएंगी. विसर्जन यात्रा के दौरान रास्ते को लेकर कोई दिक्कत न हो इसके लिए उपरोक्त तीन दिनों के लिए यातायात निगरानी की विशेष व्यवस्था रहेगी. जहां – जहां सड़क में गड्ढे हैं, उन्हें भराया जाएगा. किसी भी दशा में यात्रा में हुडदंग नहीं होने दी जाएगी. सुबह पहर डीएम (DM) ने भिटौरा घाट और दोपहर बाद नौबस्ता घाट में मूर्ति विसर्जन स्थल और रूटों का निरीक्षण किया.

नौबस्ता व मंडवा पहुंचे डीएम (DM) -एसपी (SP)

डीएम – एसपी सुल्तानपुर घोष क्षेत्र के नौबस्ता, मंडवा, इजूरा खुर्द, बघौली, एकौनागढ़, हथगाम क्षेत्र के कोतला, मकदूमपुर तथा समापुर घाट का निरीक्षण कर देवी प्रतिमाओं का भू-विसर्जन सुनिश्चित करने को कहा. बता दें मंडवा में बीते तीन वर्ष पहले दंगा हो गया था, जिसे सेंसटिव मानते हुए अतरिक्त सुरक्षा लगाने का निर्देश दिया गया है. प्रभारी निरीक्षक सुल्तानपुर घोष ए के गौतम, हथगाम थानाध्यक्ष अश्वनी सिंह भी मौजूद रहे.

गोताखोर और लाइट का भी करें विशेष प्रबंध

डीएम (DM) ने विसर्जन वाले स्थलों पर गोताखोर व लाइट का प्रबंध करने को कहा है. निर्देश दिया कि मूर्तियों का विसर्जन पूरी श्रद्धा के साथ कराया जाएगा. ऐसा कोई काम न किया जाए, जिससे किसी भक्त की आस्था पर चोट पहुंचे. मूर्तियों के साथ छोटे वाहन विसर्जन स्थल तक लाए जाएं, जबकि बिना मूर्ति वाले वाहन पार्किग में ही रोक दिए जाएं.

मूर्ती विसर्जन के लिए ये स्थल किए गए है तय

गंगा नदी में भिटौरा, आदमपुर, असनी, नौबस्ता, मंडवा, इजूरा खुर्द, बघौली, एकौनागढ़, कोतला, मकदूमपुर तथा समापुर, शिवराजपुर, कोटिया-गुनीर, यमुना नदी में ललौली, असोथर, ओती, कोर्रा कनक,बारा, बिदौर, दपसौरा, में मूर्तियों का भू-विसर्जन किया जाएगा.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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