Fatehpur : फतेहपुर जनपद के हमीरपुर में रहने वाले स्वतंत्रता सेनानी एवं समाज सुधारक स्वामी ब्रह्मानंद की अनाज तिलहन के दानों से 11 फीट की मूर्ति बनाने वाले शैंलेंद्र उत्तम (Shailendra uttam) का नाम लंदन से हारवर्ड वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया है. इस प्रतिमा को बनाने में 290 किलो तिलहन के साथ केमिकल का उपयोग हुआ है. पटेल शैलेंद्र उत्तम बिदकी तहसील के सरांय धरमपुर गांव रहने वाले हैं. इन्होंने स्वामी ब्रह्मानंद की प्रतिमा बनाने में दो क्विंटल अलसी, 20 किलो पीला सरसों, 20 किलो काली लाही व 50 किलो केमिकल का उपयोग किया है. वर्ष 2020 में लंदन के हारवर्ड वर्ल्ड रिकार्ड (Harvard world record) में नाम दर्ज करने के लिए आवेदन किया था.
सोमवार को ई-मेल (E-Mail) के जरिये वर्ल्ड रिकार्ड बनाने में उनका नाम शामिल किए जाने की खबर मिली. इसी के साथ ही उनको सर्टीफिकेट भी भेजा गया है.
शैलेंद्र ने बताया कि इस प्रतिमा के निर्माण में 3 माह का समय लगा था. अवार्ड आने के बाद बातचीत में इस अनोखे कलाकार ने कहाकि कि यह अवार्ड उसकी कला का सम्मान है.
पहले भी गिनीज और लिम्का बुक में दर्ज करा चुके हैं नाम
आपको बता दें की, पटेल शैलेंद्र उत्तम ने भारत में वर्ष 2017-18 में दो क्विटल 11 किलो गेहूं के दाने से भारतीय मुद्रा का सिक्का बनाकर गिनीज बुक, इंडिया बुक व लिम्का बुक ने अपना नाम दर्ज करा चुके हैं.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ
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