Fatehpur ; फतेहपुर में बिदकी नगर के अंदर बस और टेंपो मुसाफिरों की जान जोखिम में डाल रहे हैं. इसमें सिर्फ निजी वाहन चालक ही नहीं, बल्कि रोडवेज बस के चालक भी शामिल हैं. फुटपाथ पर कब्जा कर सवारियां भरने और उतारने पर नगर पालिका, पुलिस व प्रशासन कोई भी रोक लगा नहीं पा रहा है. बांदा डिपो की सभी बसों के लिए अम्बेडकर और गांधी चौराहे के फुटपाथ ही बस अड्डे हैं. इसके अलावा नगर के अंदर से संचालित सभी आठ टेंपो अड्डे फुटपाथ से ही संचालित हो रहे हैं. सबसे अधिक खतरा सवारियों को बैठाने व उतारने में होता है. कई बार मुसाफिर चली बस से उतर जाते हैं, तो कई लोग चढ़ भी जाते हैं. यह तरीका किसी न किसी दिन बड़े हादसे को दावत देगा. इसके अलावा वाहन के इंतजार में मुसाफिरों को फुटपाथ पर सड़क किनारे ही खड़े रहना पड़ता है. तेज रफ्तार से निकलने वाले वाहनों से दुर्घटना का खतरा बना रहता है.
अफसरों को ध्यान देने की है जरूरत
फुटपाथ पर कब्जा दुर्घटना को दावत देना है. इस पर प्रशासन, नगर पालिका व पुलिस तीनों को संयुक्त रूप से योजनाबद्ध तरीके से काम करना चाहिए. रोडवेज बस वाले तक फुटपाथ में खड़े होते हैं, बस अड्डे के अंदर कोई नहीं जाता.
मो. अकरम गुड्डू (Akram guddu), पूर्व सभासद नपा
बिदकी नगर में फुटपाथ नाम की तो कोई जगह ही नहीं रह गई है. टेंपो और बस वालों के कब्जे से जो फुटपाथ बचे हैं, उसमें ठेले वालों ने कब्जा कर लिया है. बांदा डिपो की बसें फुटपाथ पर खड़ी होती हैं, इससे जाम लग जाता है. अधिकारियों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. (अशोक गुप्ता, मुगल रोड बिदकी)
फुटपाथ खाली कराने के लिए पुलिस और प्रशासन की मदद ली जाएगी. रोडवेज बसों को बस स्टैंड के अंदर जाने के लिए एआरएम (ARM) को लिखा जाएगा. बस चालक मनमाने ढंग से बसों को फुटपाथ पर खड़ी कर देते हैं. इससे अव्यवस्था पैदा होती है. टेंपो को भी फुटपाथ से हटाने के लिए एसडीएम (SDM) को भी पत्र लिखा जाएगा. (निरूपमा प्रताप, ईओ नगर पालिका)
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ
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