Fatehpur : कारागार में बिना HIV जांच के बंदी प्रवेश नहीं कर सकेंगे. इसके लिए यूपी नाको के द्वारा जिला कारागार में में एफआईसीटीसी (FICTC) केंद्र खोला जाएगा. इन केंद्रों पर आने वाले बंदियों की पहले HIV जांच की जाएगी और उसके बाद ही उन्हें जेल में प्रवेश दिया जाएगा. एड्स कंट्रोल सोसायटी की जिला यूनिट के द्वारा केंद्र खोलने की बात कही गयी है.
एड्स के मामले में प्रदेश के कई जिले अव्वल हैं. उनमें दोआबा भी शामिल है. प्रदेश के कई जेलों में काफी संख्या में बंदी HIV पॉजिटिव पाए गए हैं. दोआबा की जेल में बंदियों की संख्या 1600 से अधिक है. प्रदेश की जेलों में HIV पाजिटिव बंदियों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी गंभीर हुई है.
सोसाइटी की आईसीटीसी (ICTC) प्रभारी की ओर से जेल अधीक्षकों को (FICTC) केंद्र खोलने के लिए पत्र भेजा गया है. अभी तक बंदियों की जांच के लिए जेल में जिला एड्स नियंत्रण सोसाइटी की टीमें जाती थी लेकिन अब जेल में खुलने वाले (FICTC) केंद्र पर एक लैब टेक्नीशियन व एक काउंसलर की तैनाती की जाएगी.
जिला एड्स कंट्रोल सोसायटी का कहना है यूपी नाको की ओर से पत्र प्राप्त हुआ है अब जो भी दिशा निर्देश मिलेंगे उसी के तहत काम होगा. HIV जांच के लिए जिले के डेढ़ दर्जन सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में (FICTC) केंद्र खुले हुए हैं. जबकि कई सरकारी अस्पतालों में ICTC केंद्र संचालित हो रहे हैं. जहां पर HIV की जांच नि:शुल्क हो रही है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ