Fatehpur : विधानसभा चुनाव को लेकर चारों ओर खुशनुमा माहौल देखने को मिला. लोकतंत्र के महापर्व में बुधवार को मतदान में जितना उत्साह युवाओं कों था, उतना ही उत्साह बुजुर्गों में भी देखने को मिला. कोई अपने बेटे के साथ साइकिल, तो कोई बाइक पर बैठकर बूथ तक मतदान करने आया और कोई डगमगाते पैर व कंपते हाथों में लाठी लेकर ही लोकतंत्र की ताज अपने सिर रखने के लिए निकल पड़ा.
मतदान केंद्रों पर जर्जर अवस्था में पहुँचे बुजुर्ग मतदाताओं की उपस्थिति ने सबको आनंदित कर दिया. विजयीपुर प्रतिनिधि के अनुसार सुबह नौ बजकर छह मिनट पर विजयीपुर निवासी रामखेलावन (Ramkhelawan) (74) मतदान केंद्र से वोट डालकर निकले.
इसी तरह फुलमतिया (Fhulmatiya) (70) ने भी वोट दिया. फूलमती जो चलने में असमर्थ थी, उन्हें साइकिल से वोट दिलाने के लिए परिजन मतदान केंद्र लेकर पहुंचे.
किशनपुर के महावतपुर असहट में 90 वर्षीय बदमिया देवी (Badamiya Devi) वोट डालने पहुंची.
जबकि गया प्रसाद (Gaya Prasad) (75) को उनके परिजन सहारा देकर वोट डलवाने के लिए असहट प्राइमरी स्कूल पहुंचे.
प्राथमिक विद्यालय किशनपुर में वृद्ध रामदुलारी (Ramdulari) (80) को उनकी बहू अमिता सिंह (Amita Singh) ने सहारा देकर मतदान केंद्र तक लाईं और मतदान कराया.
खागा की देशरानी (Deshrani) (90) को उनके पुत्र नंद किशोर (Nand Kishor) कमला बालिका इंटर कॉलेज मतदान केंद्र लेकर पहुंचे.
धाता प्रतिनिधि के अनुसार कल्यानपुर कचरौली बूथ पर 91 वर्षीय संतलाल सिंह (Sant Lal Singh) को चारपाई पर लिटा कर परिजन मतदान केंद्र लेकर पहुंचे और मतदान कराया.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ