Fatehpur : गर्मी बढ़ते ही एक बार फिर से चंदियाना वार्ड की पेयजल समस्या गहराने लगी है. चंदियाना वार्ड के अंतर्गत 9 मुहल्ले आते हैं जिनमें प्रमुख बाजार चौक जैसे पांच इलाके शामिल हैं. घनी बस्ती के चलते पेयजल व्यवस्था प्रयासों के बाद भी पटरी से उतरी हुई है. तमाम परिवार ऐसे हैं जो कि, सबमर्सिबल पंप तक नहीं लगवा पा रहे हैं और दूसरों पर आश्रित हैं. पीने के लिए डिब्बा बंद पानी खरीद कर लाते हैं लेकिन दैनिक उपयोग के लिए पड़ोस के सबमर्सिबल पंप पर ही निर्भर है.

मुहल्ले के संजय रस्तोगी, गुड्डू मोदनवाल, शफीक, इरसाद आदि कहते हैं कि, आलीशान इमारतों में पीने के पानी का संकट बीते 30 सालों से बना हुआ है. सभासद आवाज उठा रहे हैं तो एक आवाज में जनता साथ दे रही है, लेकिन अधिकारियों के कानों में जूं नहीं रेंग रही है. जाड़े में पानी का खर्चा कम होता है लेकिन गर्मी में लोगों को भरी समस्या का सामना करना पड़ता है. बिजली की कटौती और अधिक परेशान करती है.

नवंबर 2017 में जल निगम को मिल चुका धन

चंदियाना वार्ड में पेयजल संकट को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन तक हो चुके हैं. अगुवाई कर रहे वार्ड सभासद गोपाल रस्तोगी (Gopal Rastogi) का कहना है कि, अधिकारियों की असंजीदगी के कारण समस्या हल नहीं हो पाई है. दौड़ भाग और समस्या उठाने के चलते नवंबर 2017 में जल निगम को 17.17 लाख रुपये दिलवाए गए थे. मुख्य कार्यालय प्रयागराज से सुनवाई नहीं हो रही है. 15 हजार की आबादी पानी के लिए घरों में लगे सबमर्सिबल पंप पर आधारित है.

क्या बोले जिम्मेदार?

चंदियाना वार्ड की पेयजल समस्या गंभीर है. इसको लेकर संजीदगी दिखाई गई है. असल में नलकूप स्थापना काम जलनिगम के द्वारा होता है. जल निगम सहयोगात्मक रवैया नहीं अपना रहा है. पत्राचार करके नलकूप की बोरिंग करने को कहा गया है.
मीरा सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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