Hapur : अपराधों की कड़ी में हापुड़ के सरस्वती मेडीकल कालेज (Saraswati Medical college) की एमबीबीएस (MBBS) की छात्रा के साथ मारपीट, बदसलूकी और रैगिंग का एक मामला सामने आया है. बताते है कि, छात्रा का सर दीवार से दे मारा और बाल पक़ड़कर घसीटा गया.
झारखंड के रांची निवासी एक छात्रा हापुड़ के सरस्वती मेडीकल कालेज में एमबीबीएस कर रही है. वह पीजी (PG) में रहती है और पिछले करीब 5 महीनों से अपने सीनियर्स के उत्पीड़न सह रही थी. रांची निवासी छात्रा ने आरोप लगाया है कि, उसे उसी के सीनियर्स छात्र और छात्राओं ने करीब 5 महीने से मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रखा है. पुलिस ने इस मामले में मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया है और रैगिंग के आरोपों की जांच शुरू कर दी है. मेडीकल कालेज पर रैगिंग के मामले को दबाने का भी आरोप है. छात्रा ने बताया कि, उसकी सीनियर डॉ अनु, सिहाग (पीजी मेडीसिन), अंकिता चौधरी, मोहित अग्रवाल, नवनीत त्यागी और सार्थक सिंघल उसे रैगिंग के बहाने उत्पीड़ित करते है.
छात्रा ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि, सभी इकठ्ठा होकर उसके पीजी में आ गये और वहीं बैठकर शराब पीनी शुरू कर दी. पीड़ित छात्रा ने बताया कि, सभी आरोपी पहले से भी शराब पिये हुए थे. जब उसने उनके पीजी में शराब पीने का विरोध किया तो उन्होने पहले गाली-गलौज की और फिर उसकी पिटाई शुरू कर दी. उसे बेरहमी से जमीन पर गिराकर मारा गया. उसके बाल पकड़कर घसीटा गया और उसके कपड़े भी फाड़ दिये गये. मारपीट के दौरान एक आरोपी ने उसका सिर भी दीवार पर दे मारा.
छात्रा की मानें तो उस पर शराब पीने का दबाव बनाया जाता है. वह शराब नही पीती तो उसके साथ दुर्व्यवहार और अभद्रता की जाती है. छात्रा ने इस मामले में साफ लिखा है कि, रैगिंग के नाम पर उसके साथ यह सब किया जा रहा है. इस मामले में कालेज प्रशासन से भी शिकायत की गयी, लेकिन उन्होने मामले में जांच शुरू कराकर पूरे प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
कालेज प्रबंधन इस मामले में स्वयं और पुलिस के स्तर से दबाने की कोशिश कर रहा है, जबकि कालेज प्रबंधन का कहना है कि, इंटर्न छात्रा का अपने सीनियर्स के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया था, उसकी जांच की जा रही है. मामले को बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ