Fatehpur : फतेहपुर जिले में काफी समय से धर्म परिवर्तन कराने के लगातर मामले सामने आने के बाद सामूहिक धर्म परिवर्तन कराने वाली कंपनी का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने वाराणसी के एक युवक की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, सात आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

जानकारी के अनुसार, वाराणसी के एक युवक को नौकरी का झांसा देकर फतेहपुर बुलाया गया, इसके बाद उसे धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया. युवक के विरोध करने पर आरोपियों ने उसे बंधक बना लिया, किसी तरह पीड़ित रविवार शाम पुलिस के पास पहुंचा. मामले में पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तीन को गिरफ्तार किया है. बताते है कि, पकड़े गए दो आरोपी फर्रुखाबाद के निवासी हैं.

वाराणसी के सिगरा थानाक्षेत्र के हबीबपुरा चंदुआ निवासी सुधांशु चौहान ने एफआईआर (FIR) में बताया कि, उसके मोबाइल पर अरमान अली निवासी जिला गाजीपुर ने बीती 14 जून को फोन कर ट्रांसपोर्ट कंपनी में नौकरी लगवाने की बात कही थी. इस पर दो दिन बाद वह अरमान के बताए पते पर फतेहपुर आबकारी कार्यालय जा पहुंचा, जिसके बाद अरमान उसे तुराबअली का पुरवा ले गया और अगले दिन उसे एक मुस्लिम युवक के साथ लखनऊ बाईपास स्थित मार्केटिंग कंपनी के ऑफिस ले गया. इस दौरान उससे रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक हजार रुपये लेने के बाद 10 हजार रुपये और लिए. वह 17 जून को उसी ऑफिस पहुंचा, जहां से मोहसिन, यासीन नाम के युवक उसे और करीब 20 हिंदू लड़कों को 30 से 40 मुस्लिम लोगों के साथ एक मदरसे में ले गए. मदरसे में बताया कि, वह लोग उनके अनुसार चलेंगे तो हर महीने एक से दो लाख रुपये कमा सकते हैं. फिर एक सेमिनार हुआ. उसमें वक्ताओं ने संगठन से जुड़कर रुपये कमाने की बात कही. 19 जून की सुबह करीब 50 हिंदू और 100 मुस्लिम लड़कों के साथ उसे भी एक मस्जिद ले गए.

धर्म परिवर्तन के लिए किया बाध्य

मस्जिद में एक मौलवी ने मुस्लिम धर्म अपनाने और प्रचार-प्रसार करने के बाद सप्ताह भर की ट्रेनिंग के बाद रुपये मिलने की बात कही. और फिर मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने लगे. मकान मालिक अलीम ने भी धर्म परिवर्तन के लिए बाध्य करते हुए उसे बंधक बना लिया. युवक किसी तरह से अपनी जान बचाकर पुलिस तक पहुंचा. सुधांशु की तहरीर पर पुलिस ने कंपनी के हेड इकलाख, यासीन, मकान मालिक अलीम, मोहसिन, मौलवी, अरमान अली और उसके एक अज्ञात मुस्लिम साथी के खिलाफ बंधक बनाने, धर्म परिवर्तन, धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.

शातिरों पर पहले भी दो मुकदमे दर्ज

इस पूरे नेटवर्क का मास्टर माइंड इकलाख है. पुलिस के मुताबिक, इसने अंतरराज्यीय नेटवर्क फैला रखा है. यह लोग ग्लेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से मार्केटिंग कंपनी संचालित करते हैं. दो साल पहले इकलाख समेत गैंग के अन्य सदस्यों के खिलाफ दो मुकदमे सदर कोतवाली में दर्ज हुए थे. पीड़ित युवकों ने आरोप लगाया था कि, उन्हें भी नौकरी के नाम पर बुलाकर रुपये लिए गए और बंधक बनाया लिया गया.

सीओ सिटी डीसी मिश्रा (CO City DC Mishra) ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ