Fatehpur : फतेहपुर जिले में खागा कोतवाली क्षेत्र के सुजरही गांव में हिंदुओं को ईसाई बनाने की धर्मातरण की पाठशाला चल रही थी. आरोप है कि, चंगाई सभा में हिन्दू समाज के लोगों पर ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करने और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया जा रहा था. जब सभा में मौजूद राहुल विश्वकर्मा (Rahul Vishwakarma) नाम के युवक ने धर्म परिवर्तन करने से मना कर दिया तो उससे गाली-गलौज कर मारपीट की गई है. वहीं, पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेजा है.
धर्मातरण की पाठशाला की जानकारी के बाद हिन्दू संगठन के लोग मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया. हिन्दू संगठनों के विरोध और हंगामे की सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मामले की जांच-पड़ताल की तो पाया कि, भोले-भाले लोगों को ईसाई धर्म की विशेषताओं के बारे में बताया जा रहा था. पुलिस ने तुरंत बिना अनुमति चंगाई सभा करने वाले व्यक्ति सहित तीन लोगों को हिरासत में लेते हुए मामले में जाचं की तो पाया कि, तीनो आरोपी जिसमें एक महिला भी शामिल है. जो सभा में आने वाली हिन्दू महिलाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया करती थी.
सीओ संजय कुमार सिंह ने बताया कि, खागा कोतवाली क्षेत्र के सुजरही गांव में संजय पासवान नाम का व्यक्ति बिना अनुमति अपने मकान में चंगाई सभा कर रखा था. चंगाई सभा में भारी संख्या में हिन्दू समाज के लोग मौजूद थे, जिसमे ज्यादातर महिलाएं भी शामिल थी. इस दौरान सभा में मौजूद कस्बा के राहुल विश्वकर्मा पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया गया. उसे ईसाई धर्म की एक पुस्तक देकर उसका प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा गया. जब उसने ईसाई धर्म अपनाने से साफ मना कर दिया तो उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई है.
इस संबंध में राहुल विश्वकर्मा के तहरीर पर चंगाई सभा करने वाले संजय पासवान, रामचंद्र और नीलवती के विरुद्ध धर्मांतरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ