Lucknow : अपने तीखे बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (OM prakash rajbhar) पर उसी महान दल के अध्यक्ष केशवदेव मौर्य (Keshavdev maury) ने विवादित टिप्पणी कर दी, जो समाजवादी पार्टी (सपा) गठबंधन में उनके साथ हैं. ओमप्रकाश राजभर को ‘राजनीतिक जोकर’ बताए जाने का मामला सामने आने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुटकी लेने में कतई देर न की. राजभर को समाज के सम्मान में गठबंधन से नाता तोड़ने की सलाह दी तो सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) के लिए चुनौती छोड़ दी कि केशवदेव मौर्य उनकी शह पर नहीं बोले हैं तो उन्हें गठबंधन से बाहर करें.

महान दल के अध्यक्ष केशवदेव मौर्य का एक वीडियो रविवार को वायरल हुआ, जिसमें वह सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को राजनीतिक जोकर बता रहे हैं. चूंकि सुभासपा और महान दल, दोनों ही सपा गठबंधन में सहयोगी दल हैं, इसलिए इस टिप्पणी ने तुरंत तूल पकड़ लिया. इसे राजभर समाज के सम्मान से जोड़ते हुए दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर (Anil rajbhar) ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की शह पर ही केशवदेव मौर्य राजभर समाज का अपमान कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि समाज के नेताओं को राजनीतिक जोकर और सर्कस का शेर बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर को अपने और राजभर समाज के सम्मान की खातिर सपा से गठबंधन तोड़ देना चाहिए. अगर अखिलेश यादव महान दल के नेता को अपने गठबंधन से बाहर नहीं करते तो राजभर समाज को यकीन हो जाएगा कि अखिलेश के इशारे पर ही केशवदेव ने ऐसा किया है. वहीं, ओमप्रकाश राजभर भी अपने समाज के सम्मान की चिंता करें. ऐसे लोगों के साथ न रहें, जो समाज का अपमान करते हैं. उन्होंने महाराजा सुहेलदेव के अपमान का भी आरोप सपा पर लगाया.

वहीं, सुभासपा नेता ओमप्रकाश राजभर ने इस गंभीर टिप्पणी को अपनी बातों और हंसी के साथ हल्का करने की कोशिश की. अपनी ओर से गठबंधन की लाज रखते नजर आए ओमप्रकाश राजभर ने महान दल अध्यक्ष केशव देव मौर्य पर कोई टिप्पणी करने की बजाए कहा कि एक मंडली होती है. उस मंडली में एक जोकर होता है. सबकी नजर उसी जोकर की तरफ होती है. यदि 24 करोड़ जनता जोकर मान ले तो अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता।

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ