17 अगस्त (17 August) के दिन ऐसी कई घटनाएं इतिहास (History) के पन्नों में दर्ज हैं जो आगे भी हमेशा याद रखी जाएँगी। इनमें से कुछ बहुत ही उत्साहित करती हैं तो कुछ ऐसी भी हैं जो निराश करती हैं. तो चलिए पहले भारत की ही बात कर लेते हैं. आजादी के काफी दिनों बाद तक भारत और ब्रिटैन में समझौते और बाकि चीजें चलती रही, काफी काम लोग जानते हैं हैं की आज ही के दिन भारत की आज़ादी के बाद पहली ब्रिटिश सैन्य टुकड़ी स्वदेश रवाना हुई थी. और भारत की सेना ने उनकी जगह लेनी शुरू की थी.
अब बात करते हैं अडोल्फ हिटलर (Adolf Hitler) की… जी नहीं हिटलर को इस दिन कुछ नहीं हुआ था बल्कि उनके बेहद करीबी मने जाने वाले रूडोल्फ़ हेस जेल में मृत पाए गए थे. ये वही इंसान थे जिसका मृत शरीर मौत के करीब 24 साल बाद उनकी कब्र से बाहर निकाला गया क्यूंकि उस जगह को नेओ नाजी एक तीर्थस्थल मैंने लगे थे. बाद में उस शरीर को जलाया गया और उनकी ाथियों को समुद्र में बहाया गया था.
अटलांटिक महासागर (Atlantic Ocean) की विशालता आप इसी सकते बात से लगा सकते हैं की ये दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा महासागर है जिसे अगर एक आधुनिक शिप से भी पार किया जाये तो महीनो निकल जाये लेकिन, 3 लोगों ने इस महसागर को सिर्फ एक हॉट एयर बलून से पार किया था, सिर्फ एक हॉट एयर बलून और इतना बड़ा सागर.
बर्लिन (Berlin) की दीवार के बारे में कौन नहीं जनता, आज ही के दिन इस दीवार का बनना पूरा हुआ था. ऐसे तो ये वो दीवार थी जिसने एक रात में एक जगह को दो हिस्सों में बाँटचुकी थी लेकिन इसका पूरा काम 17 अगस्त को पूरा हुआ था. बर्लिन की दीवार बनने के बाद जो दीवार के इस पार था वो यहीं रह गया और जो दीवार के उस तरफ उसी तरफ. जिन लोगों ने भी ये दीवार फांदने की कोशिश की उन्हें इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी थी. हालाँकि बाद में इस दीवार को गिरा दिया गया.. अभी भी इस दीवार का कुछ हिस्सा बाकि है जिसे दुनिया जहाँ से लोग देखने आते हैं.
साल 1988 में पाकिस्तान के राष्ट्रपति जिया-उल-हक (Jiah-ul-haq) और अमेरिका (US) के राजदूत अर्नाल्ड राफेल की एक विमान दुर्घटना में मौत हुई थी. इस दुर्घटना को लेकर कई कयास लगाए जाते रहे हैं इनमें से एक ये भी है की प्लेन को निचे लाने के लिए विमान में आम की पेटियां रखवाई गयी थी ताकि वो वजन न सेह पाए और क्रैश हो जाये। हालाँकि इसतरह की ख़बरों की कोई पुष्टि नहीं हुई है.