एक ओर दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है तो वही दूसरी ओर हालात सामान्य की तरफ लौट रहे हैं. अमेरिका जिसे विश्व का सुपर पावर कहा जाता है, जिसको कोरोना महामारी (Coronavirus) से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है जिसे जिससे अमेरिका (America) अभी भी उबरने की कोशिश कर रहा है. ना केवल स्वास्थ्य संबंध में बल्कि अर्थव्यवस्था के संबंध में भी कोरोना ने अमेरिका को बुरी तरह चोट पहुंचाई है. कोरोना काल के दौरान लाखों अमेरिकी लोगों को उनकी नौकरियां से हाथ धोना पड़ा इसके साथ ही देश के नामी-गिरामी कंपनियों ने अपने कुछ ऑफिस में हमेशा के लिए ताले डाल दिए. हालांकि, अमेरिका (US Elections) में भी हालात सामान्य की ओर बढ़ रहे हैं इसी बीच अमेरिका अब अपने नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए भी मन बना रहा है. नहीं नहीं ऐसा नहीं है कि राष्ट्रपति ट्रंप को हटाया जा रहा है बल्कि अमेरिका में आगामी 2 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव का होने वाला है. जिसके लिए अभी से अमेरिका में गहमागहमी का माहौल बन रहा है. वर्तमान में अमेरिका में राजनीति अपनी चरम सीमा पर है दोनों पार्टियां डेमोक्रेटिक एवं बढ़-चढ़कर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. एक और जहां रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप है जो कि वर्तमान में अमेरिका के राष्ट्रपति भी हैं तो वहीं दूसरी तरफ डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन आमने सामने हैं.
लेकिन अभी के लिए डोनाल्ड ट्रंप के लिए कुछ खास अच्छी खबर नहीं है. ताजा सर्वे के अनुसार रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अपने प्रतिद्वंदी और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन से पिछड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. अमेरिकी मीडिया के मुताबिक यदि यहां अंतर चुनाव तक बरकरार रहता है तो ट्रंप यह चुनाव हार भी सकते हैं.
वर्तमान स्थिति क्या है?
जैसा कि हमने बताया अमेरिका में हुए ताजा सर्वे के अनुसार ट्रंप बाय रन से पिछड़ रहे हैं. दरअसल यह सर्वे अमेरिका की क्विनियॉक यूनिवर्सिटी ने कराया था और यह सर्वेक्षण जो कि एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण है, से निकल कर सामने आया कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने प्रतिद्वंदी जो बाइडेन से करीब 15 अंकों से पीछे चल रहे हैं। रजिस्टर्ड वोटर्स में से करीब 52 फ़ीसदी लोगों ने बाइडेन के समर्थन की बात कही तो वहीं इस सर्वेक्षण में केवल 33 फीसदी मतदाताओं ने ही ट्रंप को समर्थन देने की बात कही. केवल क्विनियॉक यूनिवर्सिटी के सर्वेक्षण में ही नहीं बल्कि अन्य कंपनियों के सर्वेक्षण में भी ट्रंप बाइडेन से पीछे चल रहे हैं. एनबीसी/डब्ल्यूएसजे द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के संबंध में कराए गए सर्वेक्षण में भी जो बाइडेन अपने प्रतिद्वंदी डोनाल्ड ट्रंप से आगे निकलते दिखाई दे रहे हैं। गौरतलब है कि इस सर्वे में बाइडेन को 51 फीसदी लोगों ने अपना समर्थन दिया जबकि, ट्रंप को 40 फीसदी लोगों ने समर्थन देने की बात कही. ऐसा कहा जा रहा है कि अमेरिकी लोग अमेरिका की अर्थव्यवस्था के संबंध में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लिए गए फैसले से नाखुश हैं.
चीन भी है अमेरिकी चुनाव में मुद्दा!
आपको यह सोच सुनकर हैरानी होगी की 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में चीन भी एक अहम मुद्दा है. ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है जब कोई देश किसी दूसरे देश के चुनाव का मुद्दा बन जाए (एशियाई देशों को छोड़ कर) . अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में अर्थव्यवस्था और कोरोना वायरस से निपटने के कदमों के साथ ही चीन तीसरा सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा है. दोनों उम्मीदवार सीन को लेकर अलग-अलग तरह के बयान दे रहे हैं और जनता में यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि वे चीन के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार करेंगे. दोनों प्रतिद्वंदी अपने-अपने भाषणों में चीन को लगातार आड़े हाथ ले रहे हैं और चीन की हरकतों के लिए बाद जवाब देने की बात कर रहे हैं. चीन के प्रति अपने रुख को लेकर दोनों उम्मीदवारों की चुनाव चुनाव प्रबंधन समितियों द्वारा कई विज्ञापन भी जारी किए गए हैं. “अमेरिकी चुनाव में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे का टक्कर होगी”, विज्ञापनों की समीक्षा करने वाले रिपब्लिकन पोल्स्टर फ्रैंक ने अपने एक बयान में कहा.
एक तरफ जहां ट्रंप की चुनाव प्रबंधन समिति ने जिस तरह के विज्ञापन जारी किए है उनमें बाइडेन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आवभगत करने में लगे हुए हैं. दूसरी तरफ बाइडेन की चुनाव प्रबंधन समिति की ओर से ट्रंप पर कोरोना वायरस को लेकर निशाना साधा गया है. इस विज्ञापन में ट्रंप को कोरोना वायरस को हल्के में लेते हुए महामारी के बारे में पारदर्शी रहने को लेकर जिनपिंग की सराहना करते हुए दिखाया गया है जबकि इसके उलट पूरा विश्व जानता है कि चीन में महामारी के बारे में दुनिया के सामने बहुत देर से में विवरण साझा किए थे.
ट्रंप बोले मेरा हारना देश के लिए गलत
एक ओर जहां बाइडेन ट्रंप की गलतियां गिना कर लोगों की लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं तो वही ट्रंप लोगों से भावनात्मक रूप में जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं. फॉक्स न्यूज को दिए शुक्रवार के अपने साक्षात्कार में जब उनसे पूछा गया यदि वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव हारते हैं तो ट्रंप ने कहा कि जाइए कोई अन्य काम करिए. बिल्कुल यदि मैं हारता हूं तो मैं सच में हारता हूं. अगर मैं चुनाव हारता हूं तो मुझे लगता है कि यह हमारे देश के लिए बहुत ही बुरी बात होगी.
अमेरिका में गंभीर हालात!
अमेरिका में कोरोना की वजह से पैदा हुए हालात बेहद गंभीर है. खबरों के अनुसार करीब 4 करोड़ अमेरिकी बेरोजगार हो चुके हैं और तो और बिजनेस से भी बंद हो गए हैं. लोग अपने घरों पर रहने को मजबूर है. वायरस और लॉकडाउन दोनों को लेकर डर बैठा हुआ है। अमेरिका में लोगों ने बाजार खाली कर दिए हैं. खबरें तो यहां तक है कि कुछ लोगों ने गन खरीदकर रखनी शुरू कर दीं क्योंकि उन्हें डर था कि हालात और खराब होने पर उन्हें हथियार की जरूरत हो सकती है. हालांकि लोगों को सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से ट्रंप सरकार ने 4 ट्रिलियन डॉलर का राहत पैकेज जारी करने की घोषणा की थी. फिलहाल तो अमेरिका में मौसम चुनाव का है आज इस समय राजनीति और राजनीति राजनेता दोनों ने अपने-अपने बुलंदियों को गिनाने और दूसरे की कमियों को दिखाने पूरी कोशिश में लगे हुए हैं. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि आखिर कौन बाजी मारता है.
लेख : वैभव दुबे