आशा भोसले 88 साल की उम्र में खुद को री-इन्वेंट कर रही हैं, उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल लॉन्च किया। इसके साथ ही उन्होंने ‘आशा की आशा’ नाम से एक टैलेंट हंट भी लॉन्च किया है। 

जाहिर है, इसमें पूरी दुनिया से प्रविष्टियां आईं और आशा भोसले ने व्यक्तिगत रूप से 45 दिनों में 2,000 से अधिक प्रतिभागियों को सुना और अंत में 5 फाइनलिस्ट चुने। अब 27 सितंबर को इसका फिनाले देखने को मिलेगा जिसमें जूरी में आशा भोसले के साथ शंकर महादेवन दिखाई देंगे। 

भोसले ने आईएएनएस को बताया, “मैंने खुद 2,000 से अधिक प्रविष्टियां सुनीं। मैं भारत और विदेशों की प्रतिभा को देखकर आश्चर्यचकित हूं। 2,000 आवाजों में से मैंने 28 का चयन किया और फिर उनमें से 5 को चुना। मुझे बेहद खुशी है कि लोगों को मेरे माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला।”

इतनी प्रतिभाओं में से कुछ को चुनना कितना मुश्किल रहा, इस पर उन्होंने कहा, “मेरी नजर में सभी विजेता हैं! चूंकि मेरे लिए चयन करना बहुत कठिन हो गया था, इसीलिए मैंने शंकर महादेवन जी से जूरी में शामिल होने का अनुरोध किया, जिन्होंने मेरा निमंत्रण स्वीकार किया।”

अब इस टैलेंट हंट का एक और सीजन लाने की तैयारी है। आशा भोसले ने कहा, “मैं सीजन 2 की मेजबानी के लिए उत्सुक हूं। कई छिपे हुए रत्नों को दुनिया के सामने आने का मौका मिलना जरूरी है।”

नए कलाकारों के लिए उन्होंने कहा, “सभी एक सकारात्मक जीवन जिएं, कभी भी प्रयास करना न छोड़ें, मेहनत करें और रियाज (अभ्यास) रोज करें! यदि मैं 88 साल की उम्र में गा सकती हूं, तो यह केवल रियाज के कारण है। इसी लिए हमेशा अभ्यास करें और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। यदि आपको इस बार मौका नहीं मिला है तो अगली बार मिलेगा। मेरी प्रार्थना हमेशा आप सभी के साथ है।”

‘आशा की आशा’ के 5 फाइनलिस्ट और पुरस्कार विजेता का नाम गायिका व्यक्तिगत रूप से 27 सितंबर को अपने आधिकारिक फेसबुक पेज के जरिए घोषित करेंगी और वह विजेता को एक लाख रुपये की राशि भी देगी। 

Source: IANS

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