इन दिनों में बॉलीवुड (Bollywood) के कुछ ठीक समय नहीं चल रहा है जहां एक और बॉलीवुड ने अपने कई दिग्गज कलाकारों जैसे कि रूमी जाफरी, ऋषि कपूर, इरफान खान, सरोज खान और सबसे दुखद सुशांत सिंह राजपूत (Sushant singh Rajput), को हमेशा के लिए खो दिया तो वहीं दूसरी ओर बॉलीवुड के साथ जुड़े हुए नेपोटिज्म (भाई भतीजावाद) के सवालों ने पूरे बॉलीवुड को हिला कर रख दिया है. चर्चित अभिनेत्री कंगना रनौत ने जब अपने वीडियो के माध्यम से लोगों को बॉलीवुड के अंदर चल रहे नेपोटिज्म गैंग के बारे में खुलासे किए तो लोगों के अंदर भी गुस्सा भड़का और जनता के इस गुस्से की प्रमुख वजह रहे दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत जिनसे कई फिल्मों को छीन लिया गया था. इसके बाद तो लोगों का गुस्सा पूरे बॉलीवुड पर फूट पड़ा और कई सितारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा.लोगों के गुस्से का शिकार बनने वाले सितारों में करण जोहर, आलिया भट्ट, सोनम कपूर आदि बड़े-बड़े नामी- गिरामी चेहरे शामिल थे.
इस गुस्से को देखते हुए करण जोहर (Karan Johar) कुछ दिनों के लिए सोशल मीडिया से गायब थे और दो महीने बाद 15 अगस्त को जाकर उन्होंने सोशल मीडिया पर वापसी की. करण ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक पोस्ट किया. पोस्ट में उन्होंने भारत के तिरंगे झंडे की तस्वीर साझा की और लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं.
करण ने अपनी पोस्ट को कैप्शन देते हुए लिखा, “उस महान देश को, उस महान संस्कृति (कल्चर) को और उस महान इतिहास को, सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं, जय हिंद!” हालांकि पोस्ट के कमेंट सेक्शन वो करण जौहर ने बंद कर दिया या बर्खास्त कर दिया. निर्माता करण जौहर को इस बात का पूरा यकीन था कि लोग उनकी पोस्ट पर आकर उन्हें अलग-अलग तरह से ट्रोल करेंगे और नेपोटिज्म को बढ़ावा देने के लिए उनको खरी खोटी सुनाएंगे जिसके चलते ही करण जौहर ने अपनी स्वतंत्रता दिवस पोस्ट के कमेंट सेक्शन को म्यूट या बंद कर दिया.
आपको बता दें कि इससे पहले करण जौहर ने 2 महीने पूर्व 14 जून को एक पोस्ट में दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के साथ अपनी एक तस्वीर साझा करते हुए दुख जाहिर किया था. इस पोस्ट में करण ने खुद को सुशांत की कथित आत्महत्या के लिए दोषी माना था क्योंकि वे उनसे ज़्यादा संपर्क में नहीं थे. सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म ड्राइव के निर्माता करण जौहर ने स्वयं ही यह बात कही थी कि वे पिछले एक वर्ष से अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के संपर्क में नहीं थे जिसका उन्हें बेहद अफसोस है.
गौरतलब है कि इस पोस्ट के बाद करण को बहुत ज्यादा ट्रोल किया गया था लोगों ने करण को बॉलीवुड में असली अभिनेता को दरकिनार करने कुछ हम लोगों के बच्चों का परिवार को बॉलीवुड में बढ़ावा देने के लिए आड़े हाथ लिया था. लोगों के इस हमले के बाद बॉलीवुड और पुरे सोशल मीडिया पर नेपोटिज्म को लेकर एक बहस छिड़ी हुई है. बिहार के नव युवकों ने तो यहां तक ऐलान कर दिया था कि निर्माता-निर्देशक करण जौहर और अभिनेता सलमान खान कि कोई भी फिल्म बिहार में रिलीज नहीं होने दी जाएगी और यदि बिहार में इनकी फिल्में रिलीज होती हैं तो इनका पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा.
सड़क 2 को लोगों ने पूरी तरह से लताड़ा
नेपोटिज्म की बहस बढ़ते बढ़ते इतनी बढ़ गई है कि इसका असर अब आने वाले से दारू की फिल्मों पर दिखाई देने लगा है. खुद सितारों ने भी शायद या नहीं सोचा होगा कि लोगों के बीच छिड़ी नेपोटिज्म की बहस इतनी बढ़ जाएगी कि उन्हें भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ जाएगा. इस कड़ी में उनको रोना काल के बाद भारत में रिलीज हो रही सबसे पहली और बड़ी फिल्म सड़क 2 लोगों के गुस्से का शिकार हुई है. दरअसल, कुछ वक्त पहले ही सड़क 2 फिल्म का ट्रेलर यूट्यूब पर जारी हुआ था. पर शायद सड़क टू के निर्माताओं को इस बात का अंदाजा नहीं था कि लोग इस रूप में उनकी फिल्म का सम्मान करेंगे. फिल्म के ट्रेलर को अब तक एक करोड़ लोगों ने डिसलाइक या नापसंद कर दिया है. आपको बता दें कि ट्रेलर के सामने आने के चंद घंटों उससे के बाद ही लोगों ने एक-एक कर फिल्म के ट्रेलर को नापसंद करना शुरू किया धीरे-धीरे यह तादाद बढ़कर 10लाख हुई फिर 20 लाख हुई और पहुंचते-पहुंचते या संख्या एक करोड़ तक पहुंच गई जो कि अभी भी लगातार बढ़ रही है. इसके साथ ही आपको बता दें कि ट्विटर पर सड़क 2 को नापसंद करने का ट्रेंड भी बहुत जोरों से आगे बढ़ा और यह देश में सबसे चर्चित ट्रेंड बन गया. गौरतलब है कि सड़क 2 के माध्यम से लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर कर बॉलीवुड को संदेश देने की कोशिश की है कि यदि विनय प्रीतम की राह से नहीं हटेंगे तो कोई भी उनकी फिल्मों को देखने नहीं जाएगा. तब आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं जो ट्रेलर पर एक करोड़ लोगों ने अपना फैसला सुना दिया है तो फिल्म पर इसका क्या असर होगा या कहने की जरूरत नहीं है.
रिया की दोस्त का बड़ा खुलासा
एक ओर जहां मीडिया सुशांत सिंह राजपूत की हत्या से जुड़े मामले में नए नए सबूत खोज कर निकाल रही है सुशांत के करीबी दोस्तों से संपर्क साध कर मामले की गहराई तक पहुंच रही है. तो वहीं दूसरी तरफ लोग भी अपने स्तर से नए नए सबूतों को सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच रिया चक्रबर्ती की दोस्त और महेश भट्ट के खानदान से करीबी रिश्ता रखने वाली सुहरिता दास का एक फेसबुक पोस्ट वायरल हो रहा है. अपने पोस्ट में दास ने सुशांत सिंह राजपूत कथित आत्महत्या के विषय पर डिप्रेशन थ्योरी को बढ़ा चढ़ाकर लोगों के सामने पेश की है. गौरतलब है कि यह पोस्ट 14 जून को सुबह 11:08 पर हुई थी जबकि सुशांत सिंह राजपूत के दोस्त और फ्लात्मेट रहे सिद्धार्थ पठानी के मुताबिक ठीक इसी समय (यानी 11 बजे) उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत के कमरे का दरवाजा खोलने के लिए चाबी वाले को बुलाया था. तो सवाल यह उठता है कि सुहरिता दास को क्या पहले से ही पता था कि सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या करने वाले हैं. अगर हम 1 मिनट के लिए सामान भी ले तो उन्हें कैसे पता कि सुशांत डिप्रेशन की वजह से ही आत्महत्या कर लेंगे. यह पोस्ट अपने आप में बहुत बड़ा सबूत है कि इस मामले में कुछ भी सीधा नहीं है. इस मामले में जो भी गुनाहगार है वह जरूर सामने आएगा परंतु इन सारे सबूतों और बयानों से इतना तो साफ है कि सुशांत सिंह किसी भी तरह के डिप्रेशन का शिकार नहीं थे और वह एक मस्त मौला इंसान थे. यह थ्योरी सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सामने लाई गई थी जो कि अब गलत साबित हो रही है.