बेंगलुरु में जारी हिंसा पर आए नए वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह मुस्लिम युवाओं ने हिंसक भीड़ को मंदिर आने से रोका. गौरतलब है कि बेंगलुरु (Bengaluru) के पुलाकेशी नगर में मंगलवार रात भीड़ ने थाने और और कांग्रेस (Congress) विधायक के आवास में जमकर तोड़फोड़ की. आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वाला कांग्रेस विधायक संबंधी है और इसी कारण से लोगों ने उनके घर में तोड़फोड़ मचाई. बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि बड़ी संख्या में लोग कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आवास के बाहर जमा हुए और तोड़फोड़ की तथा वहां खड़े वाहनों के साथ भी तोड़फोड़ हुई. पुलिस के अनुसार जब भीड़ को लगा कि पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया हुआ है तो भीड़ पुलिस थाने पहुंची और थाने को भी अपना शिकार बनाया और वहां पर भी तोड़फोड़ हुई. इसी दौरान भीड़ ने पास है एक मंदिर को भी निशाना बनाने की कोशिश की परंतु कुछ लोगों ने ह्यूमन चेन बनाकर उन्हें ऐसा करने से रोका और मंदिर पर एक खरोच तक नहीं आने दी. आपको बता दें इस घटना से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहे हैं और लोग इन्हें जमकर एक दूसरे के साथ शेयर कर रहे हैं. उनमें से एक 19 सेकंड के वीडियो की लोग काफी तारीफ कर रहे हैं और इस वीडियो को बहुत पसंद भी कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल राजधानी बेंगलुरु में मंगलवार की रात को कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे द्वारा कथित रूप से भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट डालने के बाद हिंसा भड़क उठी. स्थिति को बिगड़ते देख पोस्ट डिलीट करवा दिया गया पर शायद तब तक देर हो चुकी थी. उपद्रवियों की भीड़ करीब रात 9:00 बजे श्रीनिवास मूर्ति के घर और पूर्वी बंगलूरू के डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन के बाहर एकत्र होना शुरू हो गई. बस फिर क्या था भीड़ ने विधायक के घर पर तोड़फोड़ की और थाने को भी भारी नुकसान पहुंचाया। साथ ही आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया और बाहर खड़ी 30 से अधिक गाड़ियों में भयंकर आग लगा दी गई.
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को समझाने की कोशिश की परंतु भीड़ में पुलिसकर्मियों पर ही पथराव शुरू कर दिया साथ ही पुलिसकर्मियों की पिटाई भी की. भीड़ का गुस्सा इस कदर बढ़ता देख बेंगलुरु पुलिस को हालात काबू में करने के लिए मजबूरन भीड़ पर फायरिंग करनी पड़ी. पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई तो वहीं, एक अन्य शख्स घायल हो गया जिसे बाद में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आपको बता दें कि खुद पुलिस के 60 जवान इस हिंसा में घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि यह घटना बेंगलुरु शहर के डीजे हल्ली और केजी हल्ली इलाके की है। हालात को नियंत्रण में लाने हेतु और हिंसक भीड़ को और उग्र बनने से रोकने के लिए पुलिस ने पूरे इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है. इसके साथ ही पूरे बेंगलुरु शहर में धारा 144 लागू है. इस घटना के संबंध में पुलिस ने 110 लोगों को हिरासत में लिया है।पुलिस को पूरे महौल को शांत होने में रात के 2 बज गए। आपको बता दें कि फायरिंग के बात भीड़ तितर-बितर हो गई और गिरफ्तारी के बाद उपद्रवी मौके से भाग खड़े हुए।
मुख्यमंत्री ने दिया सख्त कार्रवाई का भरोसा.
इस पूरी घटना के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है. येदियुरप्पा ने कहा, “अपराधियों के खिलाफ निर्देश दिए गए हैं और सरकार ने स्थिति पर अंकुश लगाने के लिए सभी संभव कदम उठाए हैं. पत्रकारों, पुलिस और जनता पर हमला अस्वीकार्य है. सरकार ऐसे उकसावों और अफवाहों को बर्दाश्त नहीं करेगी. अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई निश्चित रूप से होगी.”
कांग्रेस ने भी घटना की निंदा की
मंगलवार को बेंगलुरु में हुई हिंसक झड़प को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता और कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा, “मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं और हमारी पार्टी भी इसकी निंदा करती है. यह सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति के पोस्ट के कारण है. इस बिंदु पर, शांति बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा, “मैंने आज 12 बजे हमारे विधायकों की एक बैठक बुलाई है. मैंने हमारे सीएलपी नेता सिद्धारमैया से बात की है, हम शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए इस मामले में सरकार को पूरा समर्थन देंगे.”
बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर का बयान.
बेंगलुरु में हुई हिंसा घटना को लेकर बेंगलुरु शहर के पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने कहा, “अब, स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन में कर्फ्यू लगाया गया है और शेष शहर में धारा 144 लागू की गई है. सुरक्षा व्यवस्था के लिए आरपीएफ, सीआरपीएफ और सीआईएसएफ की कुछ कंपनियों भी हमारे पुलिस बल के साथ तैनात होंगी. कमिश्नर ने बताया कि इस घटना में कुल 3 लोगों की मृत्यु हुई है जबकि 60 पुलिसवाले घायल हुए हैं और उन्हें पथराव में कई चोटें आईं है. “पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया और आग लगा दी गई। एक समूह बेसमेंट में घुसा और वहां करीब 200-250 वाहनों को आग लगा दी गई. फिलहाल इन सभी बातों की जांच चल रही है.”, पुलिस कमिश्नर ने अपने बयाान में कहा.
एसडीपीआई नेता हुआ गिरफ्ता
राजधानी बेंगलुरु में हुई हिंसा में पुलिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के नेता मुजम्मिल पाशा को पुलिस ने डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया है।
कर्नाटक सरकार के मंत्री सीटी रवि इस घटना को सुनियोजित घटना करार दिया
मंगलवार की हिंसक घटना पर कर्नाटक सरकार में मंत्री सीटी रवि ने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक सुनियोजित हिंसा थी. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालने के एक घंटे के भीतर ही हजारों लोग इकट्ठा हुए और 200-250 वाहनों को आग के हवाले कर दिया और विधायक के आवास को भी नुकसान पहुंचाया. हम पूरी गंभीरता से इस मामले की जांच करेंगे और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई भी करेंगे. यह एक संगठित घटना थी. ऐसा प्रतीत होता है कि इसके पीछे एसडीपीआई का हाथ है.