Fatehpur : एक ओर हर घर रोशन किए जाने के लिए गांव से लेकर मजरों तक सौभाग्य योजना के तहत विद्युतीकरण किए जाने की कवायद की जा रही है. तो वहीं दूसरी तरफ शहर से जुड़े उनवां आधारपुर के ग्रामीणों को आजादी के बाद से गांव के रोशन होने का इंतजार है. आजादी के 71 साल बाद यहां पोल लगे, उसके दो साल बाद तार खींच दिए गए लेकिन ट्रांसफार्मर नहीं रखे जाने से तारों में करंट अब तक नहीं दौड़ सका. अंधेरे में डूबे गांव के लोगों ने केन्द्रीय राज्यमंत्री से मामले की शिकायत की है.
जानकारी के अनुसार, शहर से जुड़े उनवां आधारपुर के ग्रामीणों को बिजली देकर घरों को रोशन करने के लिए गांव में आजादी के 71 साल बाद पोल लगाए गए. जिस पर ग्रामीणों को बिजली मिलने की संभावनाएं दिखाई देने लगीं. इतना ही नहीं पोल लगवाए जाने के दो साल बाद यहां पर तार भी खींच दिया गया. जिससे ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. ग्रामीणों में विकास होने की बात को लेकर योजनाओं से जुड़ने की आस भी जागने लगी लेकिन इसके बाद बिजली विभाग वहां पर बिजली की सप्लाई शुरू नहीं करा सका. जिससे ग्रामीणों की उम्मींदों पर पानी फिरता नजर आने लगा. आजिज आकर ग्रामीणों ने गांव में बिजली की सप्लाई शुरू कराए जाने के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति (Sadhvi Niranjan Jyoti) की चौखट पर पहुंचकर उनको मामले से अवगत कराया.
और बताया कि, दो साल पहले गांव में तार घरों तक खींच दिए गए लेकिन गांव में बिजली शुरू नहीं हो सकी. मांग करते हुए कहा कि गांव में बिजली शुरू कराई जाए जिससे ग्रामीणों को राहत मिल सके. इस मौके पर लाल सिंह, मोहन, मेवालाल, गंगाराम, श्रीराम लोधी, कुलदीप, सोहन, रामसेवक, दिनेश, अनंतू सिंह, जगरुप, सुखराज सहित आधा सैकड़ा से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ