Fatehpur : बिंदकी (Bindki) विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों ऐसे गांव हैं, जहां पक्की सड़कों का नामोनिशान नहीं है. ऐसे में कई मार्ग दलदल में बदल चुके हैं. विधानसभा चुनाव (Assembly Election) आ गया है और इन गांवों की सड़कें बनवाने की मांग कर रहे ग्रामीणों को अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है. उन्हें एक बार फिर इस आश्वासन की सड़क पर चलकर अपने जनप्रतिनिधि का चुनाव करना है.
बता दें की, विधानसभा क्षेत्र के सौंह, चित्तापुर, जनता, जाफराबाद, फरीदपुर सहित दर्जनों गांव के मार्ग पूरी तरीके से ध्वस्त हो चुके हैं. हर बार चुनाव के समय वोट मांगने के लिए आने वाले जनप्रतिनिधियों ने इन सड़कों को बनवाने का दिलासा दिया और चले गए. इसके बाद जब चुनाव जीते, तो इस ओर लौट कर नहीं आए.
हालात ये हैं कि, इन गांवों के मुख्य मार्गों की हालत बद से बदतर है. ग्रामीणों का कहना है कि बारिश की वजह से सड़कों में कीचड़ हो जाता है. इसमें दो पहिया वाहन लेकर जाना जोखिम भरा होता है.
महरहा के श्रवण कुमार शुक्ला (Shrawan Kumar Shukla) का कहना है कि गांव का मुख्य मार्ग पूरी तरीके से गड्ढों में तब्दील है. यह मार्ग गांव को प्रयागराज हाईवे (Prayagraj Highway) से जोड़ता है. इससे जैतीखेड़ा, खजुरिहन पुरवा के मतदाता वोट डालने आते हैं. जर्जर मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण हादसों का डर बना रहता है.
सौंह गांव के सर्वेश कुमार (Sarvesh Kumar) का कहना है कि गांव के अंदर का रास्ता दलदल में तब्दील है. यह मार्ग प्राथमिक विद्यालय में बने पोलिंग बूथ को जोड़ता है. सड़क बनवाने की मांग पिछले विधानसभा चुनाव में भी ग्रामीणों ने की थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई.
इस बार भी गाँव के लोगों को कीचड़ से भरे इसी रास्ते से मतदान करने जाना होगा.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ