Fatehpur : यूक्रेन (Ukraine) में मेडिकल की पढ़ाई करने गए दोआबा के पांच छात्र जबरदस्त खतरे के बीच फंसे हुए हैं. यूक्रेन के विनिस्तिया सिटी में फंसे विभव कुमार (Vibahv Kumar) रोमानिया बार्डर पहुंच चुके हैं. वहीं, हर्ष मिश्रा (Harsh Mishra) एवं उनका छोटा भाई उदय मिश्रा (Uday Mishra) सोमवार को साढे़ सात बजे बसों से क्रीमिया बार्डर के लिए रवाना हो गए हैं. इनके अलावा छात्र आशुतोष गुप्ता (Ashutosh Gupta) एवं अविनाश मिश्रा (Avinash Mishra) भी बार्डर पहुंचने की कोशिश में लगे हुए हैं.

लोधीगंज निवासी डॉ. घनश्याम लोधी (Dr. Ghanshyam Lodhi) ने बताया कि, बेटा विनिस्तिया सिटी से रोमानिया बार्डर पहुंच गया हैं. सुबह आठ बजे बात हुई थी. बेटे ने बताया कि, यहां पर मोबाइल काम नहीं कर रहे हैं. एयरपोर्ट में हैं, अब फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं. तपस्वी नगर निवासी महेश मिश्रा (Mahesh Mishra) के दो पुत्र हर्ष मिश्रा एवं उदय मिश्रा पुलतावा में फंसे हैं.

इन्होंने बताया कि, मेडिकल कालेज की ओर से बस उपलब्ध कराई गई है. बस क्रीमिया बार्डर पहुंचाएगी. सोमवार को साढे सात बजे बस में सवार हो गए हैं. क्रीमिया बार्डर करीब 15 सौ किमी की दूरी पर है. मंगलवार की सुबह तक बस पहुंचने की सम्भावना जताई जा रही है. बच्चों के मुताबिक यूक्रेन के हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं. यहां की खाने पीने की समस्या विकराल हो रही है.

जयराम (JayaramNagar) नगर निवासी डा. ए.के. गुप्ता (Dr. A.K. Gupta) ने बताया कि, कीव में फंसे पुत्र आशुतोष गुप्ता को मैसेज दिया गया कि, वह रेलवे स्टेशन वोकोजान पहुंच जाएं. बेटा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर पांच में पहुंच गया है. लेकिन वहां पर पहुंचे छात्र-छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. परेशान अभिभावकों ने भारत सरकार से बच्चों को देश में लाने की गुहार लगा रहे हैं.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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