Fatehpur : प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं है. मन में दृढ़ संकल्प की भावना हो तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है. शहर के सिविल लाइंस (Civil lines) निवासी विद्या भारती के क्षेत्रीय निरीक्षक राधेश्याम द्विवेदी (Radheshyam dwivedi) के होनहार पुत्र आयुष द्विवेदी (Ayush dwivedi) ने यूपी हॉकी टीम के गोलकीपर रहकर प्रदेश को सिल्वर मेडल दिलाने में अहम भूमिका निभाई. उनके खेल की खूबियों से प्रभावित होकर चयनकर्ताओं ने राष्ट्रीय हॉकी कोचिंग कैंप में गोलकीपर में उनका चयन किया है.

स्पोर्ट्स अथारिटी आफ इंडिया (Sports authority of india) के क्षेत्रीय निदेशक ने साठ सदस्यीय राष्ट्रीय हाकी टीम की घोषणा की है, जिसमें होनहार हाकी खिलाड़ी का नाम भी शामिल है. यह कैंप बंगलुरू में तीन जनवरी से तीन फरवरी तक होगा. मां पुष्पा द्विवेदी (Pushpa dwivedi), भाई अभिनव द्विवेदी (Abhinav dwivedi) व पार्थ (Parth), बहन स्वाती (Swati) व श्रेया (Shreya) के साथ चाचा-चाची प्रभाकर द्विवेदी (Prabhakar dwivedi) व पूनम (Poonam) द्विवेदी ने खुशी जताई है.

जिला क्रीड़ा अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव (Anurag shrivastav) ने आयुष (Ayush) के चयन पर खुशी जताई है, इससे जिले के नाम रोशन हुआ है.

परिवार के प्रोत्साहन से मिला मुकाम

राष्ट्रीय हाकी कोचिंग कैंप का हिस्सा बने आयुष द्विवेदी ने कहा यह मुकाम हासिल करने में परिवार का प्रोत्साहन संजीवनी बना. कहा, जब वह तीसरी कक्षा में पढ़ते थे, तभी से हाकी के प्रति जुड़ाव पैदा हुआ और सौ रुपये की हाकी लेकर मैदान पर आ पहुँचे. शुरुआती दिनों में पास के आइटीआइ मैदान पर अभ्यास किया.

वर्ष 2008 में ग्रामीण स्टेट टूर्नामेंट जनपद के स्पोर्ट्स स्टेडियम में हुआ तो मुझे भी जनपदीय टीम का हिस्सा बनने का अवसर मिला, इसके बाद तो उम्मीदों को जैसे पंख लग गए. इस टूर्नामेंट के बाद मेरा चयन यूपी टीम में हो गया और गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कालेज (Guru govind singh sports college) लखनऊ में दाखिला लेकर इंटर तक की पढ़ाई पूरी की.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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