New delhi : बाहरी दिल्ली के नरेला इलाके में टिकरी खुर्द स्थित श्मशान स्थल पर रविवार को उस समय लोग हैरत में पड़ गए, जब चिता पर लेटे कथित तौर पर मृत बुजुर्ग ने अपनी आंखें खोल दीं. लोगों ने उन्हें तत्काल चिता से उतारा व मामले की सूचना पुलिस व कैट्स एंबुलेंस को दी. इसके बाद उन्हें नरेला के ही राजा हरिश्चंद्र अस्पताल ले जाया गया. जहां डाक्टरों ने उनका ब्लड-प्रेशर और भी बाकी चीज़ें सामान्य पायी व उन्हें जिंदा बताया, इसके बाद उन्हें एलएनजेपी अस्पताल में ले जाया गया है.

जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह करीब 11 बजे टिकरी खुर्द गांव के रहने वाले 62 वर्षीय सतीश भारद्वाज (Satish bharadwaj) की कथित तौर पर मौत हो गई थी. उनके स्वजन ने पुलिस को बताया कि बुजुर्ग सतीश कैंसर से पीडि़त हैं. उनका कैंसर चौथे चरण में है. ऐसे में उनका इलाज चल रहा था. उनकी 21 दिसंबर की रात को तबियत ज्यादा बिगड़ गई तो उन्हें द्वारका के वेंकटेश्र्वर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. स्वजन के मुताबिक रविवार सुबह 11 बजे उनकी मौत हो गई तो उन्हें लेकर घर आ गए. इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए करीब साढ़े तीन बजे टिकरी खुर्द के श्मशान स्थल पर ले जाया गया.

श्मशान स्थल से ही पुलिस नियंत्रण कक्ष को काल करने वाले विजय के अनुसार अंतिम संस्कार के लिए जब बुजुर्ग के चेहरे से कफन को हटाया गया तो मौजूद तमाम लोग हैरान रह गए, क्योंकि बुजुर्ग की सांसें चल रही थीं वह धीरे-धीरे आंखें खोल रहे थे. इसके बाद लोगों ने तुरंत दिल्ली पुलिस और कैट्स एंबुलेंस को फोन करके जानकारी दी.

घटना के बारे में पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान बुजुर्ग के अस्पताल के रिकार्ड आदि की जांच की गई तो पता चला कि बुजुर्ग को उनके स्वजन अपनी मर्जी से अस्पताल से लेकर आये थे, क्योंकि उनके रिकार्ड पर लामा (डाक्टर की सलाह के विरुद्ध अस्पताल से ले जाना ) लिखा है. ऐसे में फिलहाल कोई कानूनी तौर पर मामला नहीं बन रहा है. बुजुर्ग को बेहतर इलाज के लिए एलएनजेपी में ले जाया गया है.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ