Aligarh : जवां के गोधा क्षेत्र में लोग वर्षों से कल्याणपुर काली नदी पर पुल की मांग कर रहे है. पुल की हालत काफी खराब है. कृपारामपुर रेलवे लाइन (Kriparampur Railway Line) पर बने पुल को सही न करने पर लोगों का जनप्रतिनिधियों के लिए गुस्सा बढ़ता जा रहा है. यह आक्रोश अबकी बार विधानसभा चुनाव में आने वाले नतीजों को भी प्रभावित कर सकता है.
रेलवे कर्मचारियों ने पुल को किया था बंद
सन 1950 में रेलवे ने काली नदी को पार करने के लिए व रायपुर स्टेशन (Raipur Station) से क्षेत्र के लोगों का आवागमन जोड़ने के लिए पुल बनवाया था. जर्जर हालत में होने पर रेलवे कर्मचारियों ने पुल से पटियाओं को निकाल कर पुल को बंद कर दिया था, जिससे रायपुर स्टेशन, पंडावल व डिबाई के लिए क्षेत्र के लोगों का आवागमन बंद हो गया.
जिसे लेकर लोग वर्षों से पुल की मांग करते आ रहे हैं व कई बार धरना प्रदर्शन भी किए लेकिन जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते उनका प्रयास विफल रहा. इसके अलावा कृपारामपुर पर रेलवे लाइन के नीचे बने भूमिगत पुल में हर समय पानी भरा रहने व पुल पर टीन शेड (Teen Shed) न डलवाने के कारण आसपास के गांव के लोगों में आक्रोश बढ़ गया है.
इतना ही नहीं रेलवे के कर्मचारियों ने लाइन पार करने वाले एकमात्र बैरियर को जेसीबी (JCB) से गड्ढा खोदकर बंद कर दिया है. जिसे लेकर कृपारामपुर सहित कई गांवों के ग्रामीणों ने एक पखवाड़े पूर्व प्रदर्शन किया था. लेकिन पुलिस के सहयोग से रेलवे के कर्मचारियों ने उनकी आवाज को दबा दिया. इस बात को लेकर भी लोगों में आक्रोश है. इस बार के विधानसभा चुनावों में क्षेत्र के लोगों ने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
जनता की अनदेखी पड़ेगी भारी
लोगों की मांगों को पूरा न करने व उनकी बात को अनदेखी करने के जवाब में लोगों ने कहा की इसका असर अब चुनाव में साफ दिखेगा.
- कृपारामपुर निवासी देवेंद्र कुमार (Devendra Kumar) का कहना है कि हम इस चुनाव में जनप्रतिनिधियों को जनता की अनदेखी करने पर सबक सिखाएंगे.
- हिम्मतपुर निवासी इंद्रपाल सिंह (Indrapal Singh) का कहना है कि हम वोट उसी प्रत्याशी को देंगे जो पुल बनवाएगा.
- कल्याणपुर निवासी लाखन सिंह (Lakhan Singh) का कहना है कि जनप्रतिनिधि अब तक जनता की आवाज दबाते आए हैं अब मौका आ गया है हम उन्हें सबक सिखा कर रहेंगे.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ