Fatehpur : शहर में रात के अंधेरे छांटने के लिए नगर पालिका के कंधों पर प्रकाश फैलाने की जिम्मेदारी है. कुछ समय तक शहर में सब कुछ दुरुस्त दिख रहा था. वहीं, मौजूदा समय में नगर पालिका (Nagar Palika) की प्रकाश व्यवस्था औंधे मुंह गिरी हुई है. मुख्य सड़कों को प्रकाश से भरने की व्यवस्था होती रहती है जबकि गलियों की दशा बहुत ही बुरी हो गयी है. प्रकाश व्यवस्था सुधारे जाने की शिकायतें रद्दी की टोकरी में डाली जा रही हैं. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं लोगों में भी गुस्सा बढ़ता जा रहा है.

शहर के मुख्य सड़कों की प्रकाश व्यवस्था भी पूरी तरह चौपट है. जिम्मेदारों का कहना है कि, प्रकाश का सामान स्टोर में नहीं है. जिससे समस्याएं हल नहीं हो रही है. इस्माइलगंज के एचआर दीक्षित (HR Dixit) कहते हैं कि, बीते एक साल से सोडियम लाइट (Sodium Light) खराब पड़ी है. शिकायत करने का भी फायदा नहीं हुआ है.

तुराब अली पुरवा के निवासी दीपू यादव (Deepu Yadav) कहते हैं कि, गलियों में लगी एलईडी (LED) खराब पड़ी हैं.

गढ़ीवा मोहल्ले के रामकिशुन (Ramkishun) कहते हैं कि, गलियों की बुरी दशा है. शाम को अंधेरे में लोगों को आवाजाही करना पड़ता है. लोगों के दरवाजे पर लगे बल्ब से रोशनी हो रही है.

शहर के आइटीआइ रोड (ITI Road) से मलिन बस्ती जाने वाले रास्ते में कई स्ट्रीट लाइटें फुंकी पड़ी हैं.

अधिशासी अधिकारी मीरा सिंह (Meera Singh) कहती हैं कि, असल में शहरी क्षेत्र का खासा फैलाव है. जिसके चलते खरीदारी पर्याप्त नहीं हो पाती है. मुख्य सड़कों और गलियों में बराबर मरम्मत करके एलईडी लगवाने का काम किया जा रहा है. बजट बैठक में प्रकाश व्यवस्था के सामान की खरीदारी बढ़ाने का प्रस्ताव बोर्ड के समक्ष रखा जाएगा.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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