Fatehpur : नई बस्ती में एक चिकित्सक व एक स्कूल में लगे सीसी कैमरे के फुटेज पुलिस ने खंगाले तो रात एक बजे से भोर पहर तीन बजे तक कई बार एक संदिग्ध युवक आता-जाता दिख रहा है. इसकी पहचान करने में पुलिस जुटी हुई है. उधर, पुलिस टीमें राधानगर चौकी क्षेत्र, कांशीराम आवासीय कालोनी व गाजीपुर थाना क्षेत्र से देर रात आठ संदिग्धों को उठाकर पूछताछ कर रही है. इसमें कुछ चोरी के मामले में जेल से छूटकर आए हैं और कुछ शातिर किस्म के हैं.

किसी परिचित का भी हो सकता हाथ

नई बस्ती के रिटायर्ड शिक्षक की हत्या में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. मोहल्ले के दो और घरों में चोरी करने के बाद सेवानिवृत्त शिक्षक के यहां कूदे बदमाशों ने पहचान जाने और टोकने पर बुजुर्ग की हत्या कर दी. यह माना जा रहा है कि बदमाशों में कोई पहचान वाला ही रहा होगा. जिसकी चर्चा मोहल्ले के लोगों में भी रही.

वर्ष 2018 में भी घर से जेवर ले गए थे शातिर

सुजीत कुमार सिंह (Sujeet kumar singh) ने बताया कि वर्ष 2018 में भी उनके दूसरे सूने मकान का ताला तोड़कर सोने-चांदी के जेवरात व पांच हजार रुपये चोर ले गए थे. इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी लेकिन अभी तक उस घटना का राजफाश नहीं हो सका.

छत से आए, गेट खोल कर निकले बदमाश

सेवानिवृत्त शिक्षक के घर में घटना को अंजाम देकर बदमाश नीचे मेन गेट खोलकर निकल गए. छोटे बेटे मंजीत सिंह (Manjeet singh) ने बताया कि बड़े भाई सुजीत के फोन करने पर जब वह उठकर अपने कमरे से बाहर निकला तो मेन गेट का दरवाजा खुला था जबकि रात को उसने अंदर से बंद कर दिया था.

किसी को नहीं लगी आहट

घर में घुसकर अलमारी और बक्सों का ताला टूटने तक की आहट स्वजन नहीं सुन सके. इससे ये कोई नहीं जान सका कि बदमाशों की संख्या कितनी थी और वह पैदल आए थे कि किसी चार पहिया वाहन से. चर्चा रही कि बदमाशों ने नशीला स्प्रे छिड़ककर घटनाओं को अंजाम दिया है जिससे कि किसी की नींद ही नहीं खुल सकी.

सिंगल बैरल लाइसेंस बंदूक नहीं ले गए

दिवंगत सेवानिवृत्त शिक्षक के बेटे सुजीत सिंह ने बताया कि उसके बाबा शिवपूजन सिंह (Shivpoojan singh) के नाम लाइसेंसी सिंगल बैरल बंदूक कमरे में रखी थी, जिसे बदमाश नहीं ले गए.

छोटी बहू गई थी मायके, पत्नी गांव में थीं

दिवंगत बलवीर (Balveer) ने अपनी पत्नी मुन्नी देवी (Munni devi) को गांव रामपुर मां की सेवा करने के लिए भेज दिया था. वहीं इनकी छोटी बहू पूजा पत्नी मंजीत सिंह अपने मायके पवारनपुर, ललौली चली गई थी.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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