Fatehpur : जिले के खैरई गांव की एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) विजयीपुर लाया जा रहा था. रास्ते में महिला को असहनीय पीड़ा हुई और उसने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया. उसे धाता (Dhata) ब्लॉक के पौली गांव स्थित स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. जहां जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

खागा (Khaga) कोतवाली के खैरई गांव निवासी अमृतलाल (Amrit Lal) की पत्नी केसनैय्या देवी (Kesnaiiya Devi) को रविवार की सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई. परिजनों ने 102 एंबुलेंस को बुलाया. आशा बहू रीता देवी (Rita Devi) को एंबुलेंस में बैठाकर विजयीपुर पीएचसी (Vijayipur PHC) के लिए निकल पड़ीं. वह बीच रास्ते मे ही पहुंची थीं कि केसनैय्या को असहनीय पीड़ा होने लगी.

इस पर एंबुलेंस के ईएमटी (EMT) आशीष कुमार (Ashish Kumar) ने चालक अजय सिंह (Ajay Singh) को रुकने के लिए कहा. एंबुलेंस को सड़क किनारे रोक कर वाहन के अंदर ही आशा बहू ने प्रसव कराया. इसके बाद केसनैय्या देवी और शिशु को पौली स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर भर्ती कराया गया. जहाँ जच्चा और बच्चा दोनों स्वास्थ्य है.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ