लंबे समय से भारत को रफाल (Rafale) का इंतजार था लेकिन कुछ कारणों की वजह से अब तक रफाल की डिलीवरी रुकी हुई थी. आज आखिरखार फ्रांस (France) के एयरबेस से भारत के लिए 5 रफाल विमान उड़ान भरेंगे. इनके साथ भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के 12 प्रशिक्षित पायलट होंगे जो भारत में राफेल को उड़ाएंगे. कंपनी के करार के अनुसार कुल 36 और पायलटों को राफेल को उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी. बता दें की इन 5 विमानों को भी भारतीय पायलट (indian Pilot) ही उड़ाकर लाएंगे.
भारत ने सितंबर, 2016 में फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों की डील की थी. यह डील करीब 59,000 करोड़ रुपए की है. जानकरी के अनुसार, विमान फ्रांस से उड़ान भरने के बाद यूएई के अल डाफरा एयरबेस पर राफेल उतरेंगे. यहां से ईंधन से लेकर बाकी सभी टेक्निकल चेकअप के बाद राफेल सीधे भारत के लिए उड़ान भरेंगे और अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे.
चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच राफेल लड़ाकू विमान की डिलीवरी में तेजी लाना महत्वपूर्ण है वहीं पहली खेप के अलावा, भविष्य के राफेल विमानों की डिलीवरी में भी तेजी आने की संभावना है. पहले से तय डिलीवरी कार्यक्रम के अनुसार पहले 18 लड़ाकू विमानों को भारतीय वायुसेना को फरवरी 2021 में दिया जाना था. इसके बाद अप्रैल-मई, 2022 में बाकी विमानों की डिलीवरी होनी थी, वहीं फ्रांस ने पहले राफेल विमान को आठ अक्टूबर, 2019 को भारत को सौंप दिया था.