New delhi : ओमिक्रोन (Omicron) के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. जितनी तेजी से यह वैरिएंट फैल रहा है, उससे लोग काफी ज्यादा डरे हुए हैं. ठंड बढ़ने के साथ इसका खतरा भी बढ़ता जा रहा है. मौसम में ठंडक बढ़ने के साथ लोगों में सर्दी-जुकाम की शिकायत भी बढ़ने लगी है, जो ओमिक्रोन के लक्षण भी हो सकते हैं. ऐसे में आपके लिए ओमिक्रोन के लक्षणों की पहचान करने की जरूरत और ज्यादा बढ़ जाती है. ओमिक्रोन के लक्षण सर्दी-जुकाम की तरह ही होते हैं, लेकिन इसकी शुरुआत धीरे-धीरे दो असमान्य लक्षणों के साथ होती है. इसमें सिर दर्द और थकान शामिल हैं. समय रहते अगर आप इन लक्षणों को पहचान लेंगे और जांच करा लेंगे तो आप और आपका परिवार सुरक्षित रह सकता है. इस तरह ओमिक्रोन के बढ़ते संक्रमण को भी रोका जा सकता है.

आइए जानते हैं कैसे करें ओमिक्रोन के लक्षणों की पहचान

बताया जा रहा है कि ओमिक्रोन के लक्षण काफी हल्के हैं, जिस वजह से कोरोना की पहचान नहीं हो पाती है. ऐसी स्थिति में आपके बीच कोई कोरोना का मरीज भी हो सकता है. अगर आपको नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई भी किसी में नजर आता है तो आपको सावधान रहने की जरूरत है-

  1. सर्दी के सीजन में जुकाम, नाक बहना और छींक आम है, लेकिन इसे नजरअंदाज ना करें क्योंकि यह ओमिक्रोन भी हो सकता है.
  2. इसमें गले में चुभन महसूस हो सकती है.
  3. ओमिक्रोन से संक्रमित होने पर थकान और कमजोरी हो सकती है.
  4. अगर पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस हो तो सावधान रहें।
  5. इसका एक लक्षण सिर दर्द भी हो सकता है.
  6. रात में सोते समय तेज पसीना आने की समस्या हो सकती है.
  7. मांसपेशियों में दर्द हो सकता है.
  8. इसके अलावा तेब बुखार, कफ और टेस्ट-स्मैल जाना भी कोरोना के लक्षण हैं.

ओमिक्रोन और डेल्टा में तुलना

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देशभर में तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन तीन गुना अधिक संक्रामक है. इसके अब तक पूरे देश में मामले 1,200 के करीब पहुंच चुके हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, अभी तक ओमिक्रोन और डेल्टा वैरिएंट के लक्षणों में पूरी तरह अंतर नहीं किया जा सका है. अब तक की जानकारी से पता चला है कि सिर्फ 50 फीसद लोग ही कोरोना वायरस के क्लासिक तीन लक्षणों बुखार, खांसी या सुगंध-स्वाद की कमी का अनुभव करते हैं. इनके अलावा दोनों ही वैरिएंट के संक्रमण में नाक बहना, सिर दर्द, हल्का या बहुत ज्यादा थकान, छींक आना या फिर गले में खराश महसूस होती है.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ