Fatehpur : फतेहपुर में बारिश के समय करंट से होने वाले हादसे बढ़ जाते है इसके बावजूद बिजली विभाग इन घटनाओं को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है. शहर में जगह-जगह खुले में रखे ट्रांसफार्मर कभी हादसे का कारण बन सकते हैं. बिना जालियों से घिरे इन ट्रांसफार्मरों के तार भी खुले में लटक रहे हैं. कई तो चौराहों व मुख्य मार्गों पर रखे हैं, जहां खासी भीड़भाड़ होती है इसके बाद भी विभागीय अधिकारी मौन हैं.
बिजली विभाग ने ट्रांसफार्मर रखने के लिए तमाम नियम बनाए हैं. इनके तहत ट्रांसफार्मर को रखने के लिए चबूतरा होना जरूरी है. हाईटेंशन लाइन (HT-Line) से ट्रांसफार्मर में आने वाले तारों में सुरक्षा के लिए गर्डिंग होनी चाहिए. इसके साथ ही ट्रांसफार्मर के चारों ओर जाली लगाना भी जरूरी है, लेकिन विभाग अपने ही नियमों की अनदेखी कर रहा है. सड़क किनारे जमीन पर नंगे तारों के पड़े होने से कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. ऐसे में विभागीय उदासीनता का खामियाजा आम जनमानस को भुगतना पड़ सकता है.
शहर के मुराइन टोला पुलिस चौकी के पास सड़क किनारे खुले में ट्रांसफार्मर रखा है. इसके एक ओर तो पुलिस चौकी की दीवार है, लेकिन तीन तरफ से ट्रांसफार्मर खुला है. चौक, कचहरी, तहसील और बस अड्डा जाने वाले लोगों के आवागमन से हमेशा भीड़ बनी रहती है. दोनों तरफ से वाहनों के आने पर ट्रांसफार्मर के बगल से ही लोग निकलते हैं, ऐसे में लोगों का करंट की चपेट में आकर हादसे का शिकार होना लाजमी है.
इसी तरह शहर के अति व्यवस्ततम शादीपुर मार्ग स्थित नहर कालोनी गेट के पास बिजली आपूर्ति के लिए ट्रांसफार्मर लगाया गया है. जहां शार्ट सर्किट होने के कारण हाईटेंशन लाइन का तार जल चुका है. उसको ठीक करने के स्थान पर विभागीय कर्मियों द्वारा उसी स्थित में छोड़ दिया गया, जबकि इस रास्ते से प्रतिदिन हजारों की संख्या में पैदल व वाहन सवारों का आवागमन बना रहता है.
इतना ही नहीं यहां पर बने चबूतरे पर रखे बाक्स पर तीन फेज के कनेक्शन भी खुले पड़े हुए हैं. स्थानीय लोगो ने कई बार मामले की शिकायत विभागीय अधिकारियों से की, लेकिन इस ओर कोई सुधार न हो पाने के कारण स्थित जैसी की तैसी बनी हुई है जिससे स्थानीय निवासियों में खासा गुस्सा दिखाई दे रहा है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ