Fatehpur : फतेहपुर में लगातार बढ़ रहे कोरोना (Corona) संक्रमण से कोई भी अंजान नहीं है. सभी यह जानते है की कोरोना का संक्रमण कितना घातक है. इसके बाद भी शिक्षा विभाग इस बात से पूरी तरह बेखबर दिखायी दे रहा है. इनके कार्यालयों में कोरोना प्रोटोकाल (Corona Protocol) का पालन नहीं हो रहा है बल्कि यहाँ कोरोना प्रोटोकॉल को मजाक समझ कर उनकी धज्जियाँ उड़ायी जा रही है.
हाल ये है कि यहां अभी तक कोविड हेल्प डेस्क (Covid Help Desk) नहीं बनी है. लोगों का कार्यालय में बिना मास्क लगाए आना जाना जारी है. यही नहीं यहाँ के कर्मचारी भी मास्क नहीं लगा रहे है.
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक समेत करीब 10 हजार कर्मचारी हैं. स्कूल बंद होने के कारण इन दिनों कर्मचारियों का कार्यालय आना जाना बना रहता है. कार्यालय में प्रवेश के लिए अभी तक न तो मास्क लगाना जरूरी है और न ही कार्यालय में कोरोना हेल्प डेस्क प्रभावी है.
आपको दें की, दूसरी लहर में संक्रमण के दौरान कार्यालय में प्रवेश गेट से बगल में डेस्क रखी गयी थी, जिसमें कार्यालय समय में एक कर्मचारी थर्मल स्क्रीनिंग (Thermal Screening) के साथ हाथ सैनिटाइज कराने के लिए हर वक़्त मौजूद रहता था. वहां पर अब यह जगह खाली पड़ी है.
इसी तरह माध्यमिक शिक्षा विभाग से जुड़े करीब 6 हजार कर्मचारी हैं. ऐसे में डीआईओएस (DIOS) कार्यालय में भी कोरोना प्रोटोकाल का मजाक उड़ाया जा रहा है.यहाँ पर तो कोरोना हेल्प डेस्क का अता पता ही नहीं है. लोग बिना मास्क लगाए कार्यालय में आते जाते रहे हैं. उन्हें कोई टोकाटाकी करने वाला नहीं है.
यही स्थिति जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की भी है. यहां भी कोरोना प्रोटोकाल का पूरी तरह से उल्लंघन हो रहा है. कुल मिलाकर हर जगह कोरोना गाइडलाइन (guideline) का मजाक बनाया जा रहा है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ