Fatehpur : फतेहपुर में गाजीपुर (Gajipur) थाना क्षेत्र के दरौली गांव में एक शीशम की लकड़ी काटी गई थी, जिसकी सूचना वन अधिकारी को किसी के माध्यम से मिली थी. जिसके बाद मौके पर पहुंचकर अधिकारी ने लकड़ी को अपने कब्जे में ले लिया था. जो दरौली निवासी एक व्यक्ति के द्वारा सेमौर मोड़ के एक आरा मशीन में दो बेटा लकड़ी डाल दी गई थी, लेकिन लकड़ी पकड़ने के बाद से लेकर के आज तक लगभग 2 महीने होने को आए अभी तक लकड़ी माफिया के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई.
जब आज संवाददाता ने एरिया के एक वन सिपाही अभिनव सिंह (Abhinav Singh) से बात की तो वह जानकारी देने में पूरी तरह से आनाकानी करने लगे. कहीं कह रहे हैं कि 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद जब पूछा गया कि, वह चारों लोग कहां हैं उनके ऊपर कोई कार्यवाही हुई कि नहीं हुई तब फिर वह बात से पलट गए और कहने लगे कि, वो लोग परदेस भाग गए थे. इन सब के बीच सवाल यह खड़ा होता है कि, जब 4 लोग पकड़े गए थे तो उनके ऊपर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई थी.
इसका मतलब यह है कि शीशम की लकड़ी को वन विभाग पूरी तरह से हजम करने में लगे हैं. सूत्रों से जानकारी यह भी मिली है कि, महीनों पहले गाजीपुर थाना एरिया में एक शीशम का पेड़ थाना के कुछ लोगों द्वारा कटवाया गया था और लकड़ी को असोथर रोड के एक आरा मशीन में चिराकर घर पहुंचा दिया गया था.
जब थाना के ही लोग हरे भरे पेड़ों को काटा कर घर ले जाएंगे तो आम लोग क्यों नहीं काटेंगे. इन सब बातों से यह समझ आ रहा है कि कहीं ना कहीं गाजीपुर की पुलिस प्रशासन और वन विभाग के लोगों द्वारा लकड़ी कटान का अच्छा खेल खेला जा रहा है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ