Fatehpur : ललौली थाना क्षेत्र के कोडार निवासी राम बहादुर (Ram bahadur) धोबी पुत्र स्वर्गीय जगवा (Jgwa) ने जिला अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को एक प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि पीड़ित अपने गांव के पूर्व प्रधान ज्ञान सिंह (Gyan singh) द्वारा किए गए विकास कार्यों में काफी मात्रा में घपला किया गया था जिसकी शिकायत पीड़ित ने जिला अधिकारी फतेहपुर से किया था और पीड़ित के प्रार्थना पत्र पर जिला विकास अधिकारी फतेहपुर के अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा जांच किया गया था जिसमें पूर्व प्रधान ज्ञान सिंह नाराज हो गया और रंजिश मानने लगा वही पीड़ित ने बताया कि सुलह समझौता करना चाहता था अगर पीड़ित सुलह समझौता नहीं करता तो उसके ऊपर छेड़छाड़ का मुकदमा लगवाने तथा जान से मारने की धमकी दे रहा था पीड़ित की थाने में एफआईआर (FIR) नहीं लिखी जा रही है.

वही पीड़ित ने बताया कि दिनांक 26 दिसंबर को बंधवा से सब्जी लेकर मोटरसाइकिल से घर जा रहा था समय लगभग 3:00 बजे शाम महा खेड़ा कोडार के बीच में जहां पर ज्ञान सिंह का इंटरलॉकिंग कारखाना है उसी जगह पर ज्ञान सिंह पूर्व प्रधान पुत्र जुगराज सिंह (Jugraj singh) व पप्पू सिंह (Pappu singh) पुत्र ज्ञान सिंह निवासी महा खेड़ा और एक अज्ञात व्यक्ति जो अपने हाथ में तमंचा लिए था सभी ने पीड़ित को रोक लिया और गाली गलौज करते हुए लात घुसो से मारने लगे तथा तमंचा लगाकर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी दी कि ठाकुरों से उलझोगे तो तुम्हें जान से मार देंगे वही पीड़ित ने थाना ललौली में प्रार्थना पत्र दिया प्रार्थना पत्र के परिपेक्ष्य एवं उपरोक्त लोगों के विरुद्ध ना तो एफ आई आर दर्ज की गई है और ना ही पीड़ित का डॉक्टरी मुआयना कराया गया.

वही पीड़ित द्वारा थाने पर जाने पर थाने के एसआई (FIR) द्वारा पीड़ित की शिकायत को दरकिनार करते हुए एनसीआर (NCR) ना दर्ज करने की बात कही गई और एसआई (SI) द्वारा पीड़ित को यह भी धमकी दी गई कि यदि सर्विलांस में उपरोक्त लोगों द्वारा घटनास्थल पर उनका लोकेशन नहीं मिला तो पीड़ित के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी वहीं पीड़ित ने एसआई की बातों को दरकिनार करते हुए कहा मामले की जांच करा ली जाए और यदि उपरोक्त लोग निर्दोष हैं तो पीड़ित को यदि फांसी की सजा भी दी जाएगी तो पीड़ित उसे कबूल करेगा.

वही पीड़ित ने अपने बयान में बताया कि उपरोक्त लोगों द्वारा जमकर पीड़ित युवक की पिटाई की गई है और जिला अधिकारी से शिकायत करना पीड़ित को पड़ा था महंगा जिसकी खुन्नस निकालने के लिए उपरोक्त दबंगों द्वारा आए दिन पीड़ित के साथ मारपीट की जाती है और ललौली थाने की पुलिस उपरोक्त दबंग व्यक्तियों का साहस बढ़ाते हैं वही वायरल वीडियो में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि ललौली थाने के एसआई द्वारा पीड़ित की फरियाद सुनने के बजाय पीड़ित की बातों को अनदेखा किया जा रहा है

ललौली थाना क्षेत्र के कुछ चाटुकार पत्रकार ललौली थाना प्रभारी व थाने के एसआई को अपना माई बाप मानते हैं और उनकी सराहना करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं फिर चाहे फरियादियों को न्याय मिले या ना मिले ऐसे चाटुकार पत्रकार अपने आप को किसी थाना अध्यक्ष से कम नहीं समझते फ़िलहाल मामला कुछ भी हो शायद भाजपा सरकार में न्याय की उम्मीद दिखना बंद हो गई है.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ