Fatehpur : फतेहपुर में अवैध बालू खनन को लेकर ग्रामीणों के द्वारा की गयी शिकायत के आधार पर खनन पदाधिकारी के द्वारा की गई कार्रवाई चर्चा का विषय बना हुआ है. डीएम (DM) के निर्देश पर रविवार को बगोदर में अवैध ढंग से संवेदक के द्वारा बालू के उठाव को लेकर जिला खनन पदाधिकारी विकास पासवान (Vikas Paswan), फतेहपुर अंचलाधिकारी अशोक कुमार (Ashok Kumar), थानाध्यक्ष राहुल रंजन (Rahul Ranjan) के नेतृत्व में जांच की गई.
पदाधिकारियों की जांच के दौरान भी नदी में ही जेसीबी (JCB) से बालू की ढुवाई की जा रही थी. उसके बाद जिला खनन पदाधिकारी ने संवेदक को सिर्फ जेसीबी नदी से निकालने का आदेश दिया. वहीं, मौके पर दो डंपर भी खड़ी थी. जिसमें बालू लोड (Load) करने का प्रयास किया जा रहा था. जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी जाएगी. उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
जांच के दौरान भी नियम की धज्जी उडाने के बाद भी सिर्फ संवेदक को फटकार लगाकर वाहनों को छोड़ देने की बात किसी को पच नहीं रही है, जबकि जहाँ से बालू का उठाव किया जा रहा है वह सरकारी घाट नहीं है.
जिला खनन पदाधिकारी को सरकारी घाटों की जानकारी नहीं
जिला खनन पदाधिकारी विकास पासवान ने बताया कि नदी में संवेदक जेसीबी का प्रयोग बालू उठाव में कर सकता है, इसकी मनाही नहीं है. बगोदर घाट वैध है या अवैध उसकी जांच की जा रही है. जिला खनन पदाधिकारी का यह बयान हैरान करने वाला है कि, उनके नदी में बनाया गया सरकारी घाटों की जानकारी उन्हें नहीं है.
जबकि खनन कार्यालय में यह सूची उपलब्ध है. जिसमें कितने हेक्टेयर में सरकारी बालू घाटों से उठानी है इसकी भी जानकारी उपलब्ध रहती है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ