Fatehpur : फतेहपुर शहर के मुराइनटोला में रजिस्टार आफ कंपनी (ROC) की ओर से पंजीकृत (Registered) नान बैंकिंग कंपनी वियाल म्यूचुअल बेनीफिट निधि लिमिटेड के डायरेक्टर और एजेंट ने मिलकर एक अधिवक्ता से करीब 12 लाख रुपये ऐंठ लिए. इस पर अधिवक्ता ने सीओ सिटी दिनेशचंद्र मिश्र (Dinesh Chandra Mishra) से शिकायत की. सीओ के हस्तक्षेप पर चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर समेत चार आरोपितों पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है.

यह है पूरा मामला

शहर के रघुवंशपुरम् खंभापुर निवासी रामलाल एडवोकेट ने बताया कि, वर्ष 2016 में उसकी पहचान डायरेक्टर मैकूलाल हरदो खागा व रामविशाल टेलर बिलंदपुर कोतवाली से हुई थी. दोनों ने बताया कि, कानपुर के माल रोड में स्थित आरओसी हेड कार्यालय से कंपनी रजिस्टर्ड है. इसमें छह वर्ष में रुपये दोगुणा हो जाएंगे. इनके झांसे में आकर उसने बेटी संघप्रिया सिया का एक-एक लाख रुपये, पत्नी प्रियंका चौधरी का दो लाख 89 हजार रुपये, खुद का 36 हजार रुपये व चाचा होरीलाल का 74 हजार 500 रुपये जमा करा दिए.

इसमें कुल छह लाख 87 हजार 541 रुपये जमा किए गए. 28 नवंबर 2021 को उसकी रकम मेच्योर होकर 12 लाख पहुंच गई. इस पर उन लोगों ने न तो मूलधन ही वापस किया और न ही दोगुणा लाभ के रुपये मिले. वहीं, पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी दी और दो वर्षों से कंपनी भी बंद कर फरार हो गए.

मुराइनटोला चौकी प्रभारी प्रवीण कुमार दुबे (Praveen Kumar Dubey) ने बताया कि, रामलाल एडवोकेट की तहरीर पर नान बैंकिंग कंपनी के डायरेक्टर मैकूलाल हरदो खागा, रामविशाल टेलर बिलंदपुर कोतवाली, एजेंट संतोष कुमार हरदो खागा व रामनरेश बक्सपुर राधानगर कोतवाली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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