Fatehpur : फतेहपुर में थरियांव थाने के मंडासरांय गांव में बुधवार को एक गांजा तस्कर को अफसरों ने धर लिया. मजेदार बात यह है कि, तस्कर की हकीकत जानने के लिए एसडीएम सदर और नायब तहसीलदार स्वयं मौके पर गए थे. छापेमारी की कार्रवाई पुलिस और आबकारी विभाग को तब तक नहीं हो पाई, जब तक अफसरों ने सच्चाई स्वयं नहीं जान ली इसके बाद में मुकदमा लिखने और गिरफ्तारी की कार्रवाई आबकारी व पुलिस विभाग ने मिलकर की.
यह है पूरा मामला
एसडीएम सदर नवनीत सेहरा (Navneet Sehra) को मंडासरांय गांव में गांजे की फुटकर व थोक बिक्री की सूचना मिली थी. बुधवार को एसडीएम ने नायब तहसीलदार विकास पांडेय (Vikas Pandey) के साथ खुद मौके पर जाकर सच्चाई का पता लगाने की ठानी. तस्कर राणा सिंह पुत्र हनुमंत सिंह के घर के बाहर पहुंचे तो ड्राइवर को कुछ पैसे देकर गांजा खरीदने भेजा. तस्कर ने ड्राइवर को नशेड़ी समझकर पुड़िया व थोक का रेट बताना शुरू कर किया.
दो ग्राम की पुड़िया पचास रुपये में और किलो का रेट 30 हजार रुपये बताया, इतने में ही एसडीएम व नायब तहसीलदार घर के दरवाजे पर पहुंच गए. संदेह होने पर तस्कर ने ड्राइवर को धक्का देकर दरवाजे के बाहर करते हुए गेट बंद कर दिया. एसडीएम ने घर के चारों तरफ नाकेबंदी करा कर थाना पुलिस व आबकारी अधिकारी को मौके पर बुलाया. चारों तरफ से घर घिरा देख तस्कर ने घर के अंदर मौजूद गांजे में आग लगा दी. इसके बाद भी जब पुलिस की मौजूदगी में घर के अंदर सर्च अभियान चला तो 300 ग्राम से अधिक गांजा भूसा की कोठरी से बरामद किया गया.
ये हुई कार्रवाई
गांजा तस्कर के खिलाफ दारोगा रोशन लाल (Roshan Lal) व आबकारी इंसपेक्टर राबिन (Rabin) की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया. मुकदमा 8/20 एनडीपीएस (NDPS) के तहत दर्ज हुआ. आरोपित राणा सिंह पुलिस कस्टडी में है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ