Fatehpur : फतेहपुर में जिम्मेदारों की अनदेखी और सचिव की मनमानी से शासन की मंशा हवा में उड़ती नजर आ रही हैं. बता दें कि, यहाँ के मिनी सचिवालय की शोभा मवेशी बढ़ा रहे और ग्रामीण सुविधा के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं. हैरान करने वाली बात तो यह है कि, जर्जर सचिवालय की मरम्मत की रकम अम्बेडकर सामुदायिक केन्द्र में खर्च कर पंचायत भवन का कोरम पूरा करने की कवायद की जा रही है लेकिन यहां भी ताला बंद होने से ग्रामीण सुविधाओं का लाभ नहीं ले पा रहे है.
नियमों व कायदों को ताक पे रखने वाला यह मामला विजयीपुर ब्लाक के अमनी ग्राम पंचायत का है. ग्राम सभा में वर्ष 2014 में मिनी सचिवालय का निर्माण कराया गया था. उसी से करीब वर्ष 2009 में बनवाया गया डा.भीमराव अम्बेडकर सामुदायिक केन्द्र है.
बतातें हैं कि शासन के निर्देश पर सचिवालय को सक्रिय किए जाने को लेकर ग्राम पंचायत ने करीब सवा दो लाख रुपये सचिवालय के मरम्मत के नाम पर खर्च किया लेकिन सचिवालय की मरम्मत कराए जाने की जगह पर अम्बेडकर सामुदायिक केन्द्र के दुरुस्तीकरण में खर्च कर पंचायत भवन संचालन का दावा किया जा रहा है लेकिन सामुदायिक केन्द्र अभी भी ताले में कैद है. जिसकी ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है और जिम्मेदारों ने अपनी आँखों पर पट्टी बांध रखी है जिसका भुगतान आम जनता को करना पड़ रहा है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ