Fatehpur : फतेहपुर में एक परिवार ने दहेज में कार न दिए जाने पर शादी तोड़ दी जिसके बाद एसपी के आदेश पर शादी तोड़ने की रिपोर्ट दर्ज की गयी है. पुलिस ने बताया कि, मामले में सात लोगों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.

यह है पूरा मामला

गाजीपुर थाना क्षेत्र के चुरियानी गांव निवासी कमलेश तिवारी ने एफआईआर (FIR) में बताया कि, भतीजी प्रियंका पुत्री जगदीश तिवारी की शादी सितंबर 2020 को मामा कृष्ण कुमार बाजपेयी उर्फ मुन्ना के माध्यम से राजमणि मिश्रा के पुत्र रोहित मिश्रा निवासी भिटौरा थाना हुसैनगंज के साथ तय हुई थी. दहेज में पांच लाख रुपये नगद देने की बात तय हुई थी. सब कुछ तय होने के बाद 19 सितंबर 2020 को तिलक चढ़ाया गया था और 26 अप्रैल 2021 की शादी तय हुई थी. कुछ दिन बीतने के बाद राजमणि मिश्रा ने कोरोना के चलते बारात की तारीख आगे बढ़ाने को कहा तो कोरोना के चलते शादी की तारीख बढ़ाकर 27 जनवरी 2022 कर दी गयी.

इसके बाद बारात आने से 10 दिन पहले लड़के के मामा कृष्ण कुमार बाजपेयी ने कुछ बातचीत करने की बात कही. वह 22 जनवरी 2022 को सहयोगी राम नारायण सिंह पूर्व प्रधान फतेहनगर करसूमा और सुरेश शुक्ला निवासी घनघौल को लेकर बातचीत करने भिटौरा पहुंचा. जहां कृष्ण कुमार बाजपेयी, मोहिनी बाजपेयी, आशू बाजपेयी, राजमणि मिश्रा, सुशीला मिश्रा, रोहित मिश्रा, राधे मिश्रा दरवाजे पर ही इंतजार करते मिले. बातचीत के दौरान दहेज की मांग की गई. असमर्थता जताने पर उन लोगों ने बारात लेकर आने से इंकार कर दिया और शादी तोड़ दी.

थानाध्यक्ष रणधीर बहादुर सिंह (Randhir Bahadur Singh) ने बताया कि, रिपोर्ट दर्ज की गई है.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ