Fatehpur : मिट्टी के खनन की वारदातों के कारण अब जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन बढ़ रहा है. सोमवार को सड़क के किनारे खेल रही बच्ची मिट्टी भरे ट्रैक्टर से घायल होते-होते बची. जिस वजह से गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क जाम कर गांव के अंदर से ट्रैक्टरों के आने-जाने पर रोक लगा दी. मिट्टी खनन के विवाद की सूचना देने पर भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची.
विरोध बढ़ता देखकर खदान संचालक मौके पर पहुँचा और ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि, गांव के अंदर से ट्रैक्टर व डंपर अब नहीं निकाला जाएगा. तब जाकर पांच घंटे बाद ग्रामीण शांत हुए.

बता दें कि, कल्यानपुर (Kalyanpur) थाने के लालारामपुर काकराबाद गांव के पास मिट्टी का खनन चल रहा है. रोजाना ट्रैक्टर व डंपर ओवर लोड मिट्टी लेकर काकराबाद गांव की बस्ती के अंदर से आवागमन करते हैं. दोपहर को गांव के निवासी अनूप (Anoop) की आठ वर्षीय पुत्री अंशिका (Anshika) सड़क किनारे खेल रही थी. इस दौरान मिट्टी लदे ओवर लोड ट्रैक्टर निकलने से बच्ची बाल-बाल बची. जिससे ग्रामीण नाराज हो गए. गांव के शिवम बाजपेई (Shivam Bajpeyi) के सूचना देने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची.
शाम पांच बजे बिंदकी नगर के पुरानी बिंदकी मोहल्ला निवासी खदान संचालक नीरज सिंह (Neeraj Singh) मौके पर पहुंचे तो ग्रामीण हंगामा करने लगे. खदान संचालक के आश्वासन पर पांच घंटे बाद ग्रामीणों ने रोके गए ट्रैक्टर छोड़कर जाम खोल दिया.
चौडगरा चौकी इंचार्ज अर्जुन सिंह (Arjun Singh) ने बताया कि सूचना मिली थी, पुलिस चुनाव ड्यूटी (Duty) में है. खदान संचालक ने पहुंचकर ग्रामीणों से बात कर मामले को सुलझा लिया है.
25 दिन पूर्व महिला की हो चुकी है मौत
प्रशासन और पुलिस की अनदेखी के चलते चल रहे मिट्टी ओवरलोडिग (Overloading) के खेल से 25 दिन पूर्व एक महिला की मौत हो चुकी है. मौहार गांव की महिला बाइक से पति के साथ रिश्तेदारी में जा रही थी. पालीखेड़ा गांव के पास ओवर लोड ट्रैक्टर ने महिला को कुचल दिया था. इससे उसकी मौत हो गई थी. उसके बावजूद पुलिस विभाग सचेत नहीं हुआ है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ