Fatehpur : फतेहपुर में बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में 60 वर्षीय बुजुर्ग रामश्री की हुयी हत्या में किसी और का नहीं बल्कि उसके सगे दिव्यांग बेटे और बड़ी बहू का हाथ था. बताते है की, बुजुर्ग महिला को उनके बीच अवैध संबधों के बारे में जान गयी थी. अपने रास्ते में बाधक बनने पर दोनों ने मिलकर बुजुर्ग को मौत के घाट उतार दिया था. जिस मां ने पालकर बड़ा किया, उस वृद्ध मां की हत्या करने वाले दिव्यांग बेटे और बड़ी बहू को पुलिस ने गिरफ्तार कर हत्याकांड का राजफाश कर दिया है. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल औजार और खून से भरी एक साड़ी भी बरामद की है. पुलिस ने हत्यारोपित देवर और भाभी से पूछताछ करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया है.

हत्थे चढ़े देवर और भाभी ने बताया कि, शुक्रवार दोपहर कोठरी के अंदर मां के मुंह में कपड़ा ठूंसकर ईंट काटने वाले बसुली व कपड़े धोने वाली मुगरी से सिर पर प्रहार कर बेरहमी से बुजुर्ग को मार डाला, इसके बाद शव को कोठरी के अंदर ही पड़ा रहने दिया। दूसरे दिन अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान पड़ोसियों के देखे जाने पर वह पकड़े गए.

मां के साथ दो मासूम भी गए जेल

वृद्धा की हत्या में देवर के साथ रही महिला के दो पुत्र भी हैं. एक दो वर्ष तो दूसरा चार वर्ष का है. कोतवाली प्रभारी रवींद्र श्रीवास्तव (Ravindra Shrivastava) ने बताया कि, दोनों मासूम बच्चों को भी जेल भेज दिया गया है. दोनों बच्चों को लेने के लिए कोई आगे नहीं आया है. महिला का पति सूरत में है. पुलिस के सूचना देने के बावजूद दिवंगत का बड़ा बेटा मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं आया, बल्कि पुलिस के काल (Call) करने पर बड़े बेटे ने मोबाइल फोन ही स्विच आफ कर लिया. इस पर जोनिहां चौकी प्रभारी महेश सिंह (Mahesh Singh) ने हत्यारोपित देवर और भाभी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया.

सीओ योगेंद्र सिंह मलिक (CO Yogendra Singh Malik) ने बिंदकी कोतवाली में बताया कि, वृद्धा के अविवाहित छोटे पुत्र व बड़े पुत्र की पत्नी के अवैध संबंध थे. यह सभी लोग जानते थे. एक ही घर पर वृद्धा अकेले और देवर- भौजाई एक साथ रहते थे. दोनों के अवैध संबंधों का वृद्धा विरोध करती थी. इससे कई बार विवाद हुआ. इस पर देवर व भौजाई ने साजिश रच कर घटना को अंजाम दिया है.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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