Fatehpur : फतेहपुर के बिसनामऊ गांव में एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. परिजनों की माने तो युवक अग्निपथ योजना के लागू होने से काफी परेशान रहता था, क्योंकि वह कई सालों से सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी कर रहा था, लेकिन सफल नहीं हो सका था और अब उसकी उम्र 23 की पूरी होने वाली थी, जिसके चलते उसका सेना में जाने का सपना टूट गया था.

जानकारी के अनुसार, कल्यानपुर के बिसनामऊ गांव निवासी 22 वर्षीय युवक विकास पटेल (Vikas Patel) ने शुक्रवार को को घर के पीछे एक बाग में लगे पेड़ से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया. मौके पर पहुँचे लोगों का कहना है कि, युवक सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहा था और अग्निपथ योजना के लागू होने के बाद से अवसाद में था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

मृतक के पिता छेदालाल व चाचा पीताम्बर पटेल ने बताया कि, विकास फौज में जाने के लिए 17 साल की उम्र से तैयारी कर रहा था. अब तक चार भर्ती (दो कानपुर दो फतेहपुर) में प्रयास कर चुका था. सभी प्रयासों में वह मेडिकल मे असफल हो गया, बावजूद इसके वह लगातार प्रयास कर रहा था.

उनका आरोप है कि, पिछले दिनों लागू की गई अग्निपथ योजना को लेकर विकास परेशान था. जुलाई महीने से वह अपनी 23 की उम्र पूरी करने वाला था, जिसके चलते अब नौकरी मिलने का कोई फायदा नहीं होने की बात करता था. योजना लागू होने के बाद से वह दौड़ लगाने भी नहीं जा रहा था. शुक्रवार दोपहर बाद वह घर से बाहर निकल गया. जंगल गए ग्रामीणों ने घर के पीछे आम के बाग में विकास का शव रस्सी के सहारे पेड़ से लटकते देखा तो तो परिजनों को इसकी जानकारी दी.

सेना भर्ती की तैयारी कर रहे साथी युवा बृजेश यादव, अभि सिंह, रूद्र सिंह,प्रदीप, अवनीश कुमार आदि ने बताया कि, अग्निपथ योजना के बाद भर्ती के लिए युवाओं में जोश कम हुआ है. पहले दौड़ अभ्यास में आधा सैकड़ा युवा शामिल होते थे. अब दो दर्जन के आस-पास ही बचे हैं.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *