Fatehpur : फतेहपुर में बीती शाम एक युवक का शव मिला था जिसकी पहचान नहीं हो पा रही थी. काफी मशक्क्त के बाद युवक के शव की पहचान हो पायी है. बाँदा (Banda) जिले के तिंदवारी थाना क्षेत्र से सात दिन पहले लापता हुए सैलून कर्मी का शव शुक्रवार को यमुना के किनारे मिला. सैलून कर्मी के शरीर का काफी हिस्सा जलीय जीव खा चुके थे.
बांदा से आए परिजनों ने सिर, पैर, कपड़ों से शव की पहचान की. परिजनों ने हत्या कर शव फेंके जाने का आरोप लगाया है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
यह है पूरा मामला
शुक्रवार की दोपहर गाजीपुर थानाक्षेत्र के गढ़ी गांव में यमुना नदी के किनारे युवक का शव मिलने से ग्रामीणों के बीच हड़कंप मच गया. लोगों ने तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने सीमावर्ती जिले बांदा के तिंदवारी थाने में इसकी सूचना दी.
पुलिस से सूचना पाकर बेंदा घाट निवासी विमला देवी (Vimala Devi) परिजनों के साथ वहां पहुंचीं. विमला देवी ने शव की पहचान पति संतोष (Santosh) उर्फ बसंता (35) के रूप में की है.
पत्नी विमला ने बताया कि सात (7) जनवरी की शाम पति लापता हो गए थे. पति की काफी तलाश की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला. यह बात जरूर सामने आई थी कि दुकान बंद कर लौटते समय गांव के कुछ लोगों से पति का विवाद हुआ था. उन्हीं लोगों ने पति की हत्या कर शव को गायब किया था. विवाद के मामले की तिंदवारी थाने और बेंदा घाट चौकी में सूचना दी गयी थी जिसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
विमला ने जूता, पैंट, सिर और जैकेट से शव की पहचान की है. थानाध्यक्ष संगम लाल प्रजापति (Sangam Lal Prajapati) ने बताया कि शव पुराना होने के कारण कंकाल में बदल गया है.
गाजीपुर पुलिस ने सैलून कर्मी का शव मिलने की सूचना तिंदवारी थाना को दी. तिंदवारी पुलिस इस बात का कोई जवाब नहीं दे सकी की गुमशुदगी या अन्य किसी धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है या नहीं।
हालांकि बांदा पुलिस शव मिलने की खबर मिलने के बाद हरकत में आई. पुलिस ने तीन-चार संदिग्धों लोगों को शक के आधार पर पूछताछ के लिए उठाया है.
लेख – टीम वाच इंडिया नाउ