Fatehpur : फतेहपुर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही ने एक नवजात शिशु की जान ले ली. बुधवार को असोथर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में उस समय हंगामा शुरू हो गया जब टीका लगाने के बाद पांच दिन के नवजात की हालत बिगड़ने लगी. स्वजन आनन-फानन में उसे लेकर जिला अस्पताल भागे, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई. स्वजन पुन: पीएचसी पहुँचे और लापरवाही का आरोप लगाकर डाक्टर व एएनएम (ANM) पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया.

डीएम (DM), एसपी (SP) और सीएमओ (CMO) से शिकायत की और मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की. हालांकि, देर शाम तक मामले में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ.

यह है पूरा मामला

सरकंडी के प्रदीप द्विवेदी (Pradeep Dwivedi) ने पत्नी संध्या (Sandhya) को प्रसव के लिए 11 मार्च को पीएचसी में भर्ती कराया था. 12 मार्च की सुबह संध्या ने एक बेटे को जन्म दिया. परिजनों ने बताया कि, नवजात का वजन करीब साढ़े तीन किलो था और डाक्टरों ने नवजात को तंदुरुस्त बताया था. स्उन्होंने बताया कि, पहले दिन एक टीका लगाने के साथ पोलियो की खुराक भी नवजात को पिला दी गई.

बुधवार को एएनएम सुशीला (ANM Susheela) ने एक और टीका लगाया, जिसके बाद नवजात की हालत बिगड़ गई. स्वजन का आरोप है कि, स्टाफ नर्स ने लापरवाही की है. क्योंकि, सामान्य प्रसव होने पर एएनएम ने तीन हजार रुपये खुशी के रूप में मांगे थे. रुपये न देने से उसने गलत टीका लगा दिया.

पिता ने कहा, पूरे प्रकरण की जांच की जाए और सीसी टीवी कैमरे में रिकार्ड देखकर उक्त स्टाफ नर्स पर कार्रवाई की जाए.
उधर, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. राघवेंद्र (Dr. Raghavendra) ने रुपये मांगे जाने और लापरवाही से पूरी तरह इन्कार करते हुए बोले पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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