Fatehpur: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद शहर के विभिन्न पेट्रोल पम्पों पर कर्मचारी खुलेआम प्लास्टिक की बोतल और कंटेनर में पेट्रोल दे रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि नियमों की अवहेलना एक दो नहीं बल्कि ज्यादातर पेट्रोल पम्प संचालक कर रहे हैं. प्रशासन भी इस पर लगाम लगाने में रुचि नहीं ले रहा है. कार्रवाई न होने पर पेट्रोल पम्प संचालकों के हौसले भी बुलंद हैं.
बड़ी बात यह भी है कि बोतल में पेट्रोल देने से पहले पेट्रोल पम्प कर्मचारी सम्बंधित व्यक्ति से इसका कारण भी नहीं पूछते और न ही कोई आइडी(ID) देखते हैं. ऐसे में कोई भी व्यक्ति आसानी से पेट्रोल पम्प से बोतलों में पेट्रोल भरकर ले जाता है.
ये वीडियो फतेहपुर के आबूनगर रोड आरामशीन में स्थित ‘भारत पेट्रोलियम’ पेट्रोल पंप का है.
पेट्रोल पंप कर्मचारी से हमारे रिपोर्टर ने बात की और उससे बोतल में पेट्रोल देने का कारण पूछा तो उसने कहा की “हमारे मित्र है इस वजह से बोतल में पेट्रोल दे दिया.”
डीलरशिप समाप्त का है नियम
प्रशासन द्वारा नियम के तहत बोतल और कंटेनर में पेट्रोल बेचने पर पेट्रोल पंप संचालक को पहली बार चेतावनी दी जाती है. अगली बार सम्बंधित कम्पनी को इस बात से अवगत कराया जाता है कि पेट्रोल पम्प द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, अत: इनकी डीलरशिप समाप्त की जाती है.
2002 से पूरे देश में हुआ था बैन
27 फरवरी 2002 में हुए गोधरा कांड के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश में ज्वलनशील पदार्थ प्लास्टिक की बोतल और कंटेनर में बेचे जाने पर रोक लगा दी थी, लेकिन पंप संचालकों को अपने फायदे के आगे कुछ नहीं सूझ रहा है और वह खुलेआम चंद रुपए के लिए बोतल में पेट्रोल बांट रहे हैं. शहर में विभिन्न कम्पनी के पेट्रोल पंप हैं, जहां से लाखों लीटर से अधिक पेट्रोल की खपत होती है, लेकिन यह सुरक्षा व्यवस्था को ताक पर रख कर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.