Fatehpur : फतेहपुर के हसवा ब्लाक के सातोपीत गांव में प्राथमिक विद्यालय की जर्जर अवस्था छात्रों के जीवन के लिए खतरा बनी हुई है. छात्रों को मना करने के बाद भी खेल कूद करते हुए छात्र जर्जर इमारत तक पहुंच ही जाते हैं. भवन की ऐसी अवस्था और उससे होने वाली भविष्य की दुर्घटनाओं की चिंता करते हुए प्रधान और प्रधानाध्यापक ने बीईओ (BEO) को पत्र भेजा है. जिसमे इमारत को ध्वस्त कराने की मांग की गई है.

आपको बात दें कि, गांव में करीब 50 साल पहले सरकारी इमारत बनाई गई थी. समय बदला तो शासन की ओर से उपलब्ध कराए गए धन से अन्य कक्षााओं का निर्माण करवा दिया गया और वही जर्जर हुयी इमारत से पल्ला झाड़ लिया गया. हालांकि, खतरे से भरी इमारत के आसपास प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक छात्रों को जाने नहीं देते हैं. इसके बावजूद मध्यावकाश के समय अक्सर बच्चे इसके अंदर चले जाते हैं.

प्रधान दिनेश कुमार (Dinesh kumar) और प्रधानाध्यापक सर्वेश कुमार (Sarvesh kumar) का कहना है कि निष्प्रयोज्य (काम में न आने वाली) इमारत अराजक तत्वों का अड्डा बन गई है. इसलिए इसकी नीलामी कराई जाए या फिर इस इमारत को गिरवा दिया जाये.

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

(हैलो दोस्तों! हमारे WhatsApp चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *