Fatehpur : आयुष विभाग ने जिले को एक आयुर्वेदिक अस्पताल की सौगात दी है. 50 बेड का यह अस्पताल मेउली गांव में बनाया जा रहा है. पिछले वर्ष मार्च माह में इस अस्पताल के निर्माण के लिए 7.39 करोड़ की धनराशि स्वीकृत करते हुए शासन ने निर्माण के लिए यूपीपीसीएल, निर्माण इकाई कानपुर -10 को काम भी सौंप दिया गया. लेकिन निर्माण इकाई की सुस्ती के कारण यह सुविधा अभी तक जिले को नहीं मिल पाई है और न ही जल्दी काम पूरे होने के आसार है.

शासन ने जिले में 50 बेड के आयुर्वेदिक अस्पताल के निर्माण के लिए दिसंबर 2021 तक का समय दिया है. निर्माण कार्य को लगभग 22 माह बीतने को हैं, लेकिन अब तक अस्पताल में मात्र 50 फीसद ही कार्य हो सका है. जिस गति से संस्था कार्य कर रही है उससे यह तय है कि तय समय पर काम पूरा होने वाला नहीं है. यही रफ्तार रही तो संस्था 2023 में भी काम पूरा करके नहीं दे पाएगी. नतीजा कि संस्था की सुस्ती का खामियाजा जिले के उन लोगों को भुगतना पड़ेगा जो आयुर्वेदिक उपचार की आस लगाकर बैठे हैं. निर्माण यह गति तब है जब जिला प्रशासन लगातार निर्माण कार्यों को तेज करने के दिशा निर्देश जारी कर रहा है.

निर्माण संस्था पा चुकी 3.50 करोड़

-कार्यदायी संस्था की बात की जाए तो शासन ने अस्पताल निर्माण के लिए करीब साढ़े तीन करोड़ की राशि दो किस्तों में दे दी है. संस्था ने अब तक मात्र पहली किस्त का उपभोग किया है, दूसरी किस्त की धनराशि अब भी संस्था के पास ही डंप है. काम की सुस्ती का मुख्य कारण यहां कम संख्या में लगाए गए मजदूर हैं.

निर्माण इकाई से लेंगे जवाब:

आयुर्वेद अधिकारी

जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. सुधीर रंजन (Dr. sudhir ranjn) ने कहा कि पहली किस्त के बाद संस्था को दूसरी किस्त कोरोना के कारण लेट हो गई थी, लेकिन दूसरी किस्त देने के भी तीन माह बीत चुके है. काम रफ्तार क्यों नही पकड़ रहा है इसके लिए संस्था से जवाब लिया जाएगा. संस्था ने सुधार नहीं किया तो डीएम (DM) के जरिए शासन को पत्राचार कराया जाएगा.

अस्पताल के बारे में एक नजर

विभाग का नाम—आयुष चिकित्सा

निर्माण स्थल——-मेउली गांव

प्रोजेक्ट कास्ट—7.39 करोड़

अब तक मिली राशि- 3.50 करोड़

काम हुआ है अब तक—-50 फीसद

अब तक समय लगा—–22 माह

कार्य पूरा होने की तिथि—दिसंबर 2021

कार्यदाई संस्था ——–यूपीपीसीएल कानपुर-10

लेख – टीम वाच इंडिया नाउ

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